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क्या अधूरी रह जाती है कांग्रेस की गारंटी? सीएम सुक्खू ने दिया पीएम मोदी को जवाब - KHARGE STATEMENT ON GUARANTEES

खड़गे के बयान के बाद कांग्रेस की चुनावी गारंटियों को लेकर बहस छिड़ी है. पीएम के बयान के बाद सीएम सुक्खू ने जवाब दिया है.

खड़गे के बयान के बाद निशाने पर कांग्रेस
खड़गे के बयान के बाद निशाने पर कांग्रेस (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 2, 2024, 2:30 PM IST

Updated : Nov 2, 2024, 2:46 PM IST

शिमला: बीत कुछ दशकों में फ्रीबीज चुनाव जीतने का टूल बन चुका है. चुनाव से पहले धड़ाधड़ और खटाखट चुनावी वादों की बाढ़ आ जाती है. फ्रीबीज को लेकर लंबे समय से एक बहस भी छिड़ी है. अब इस बहस को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने और हवा दे दी है. खड़गे के बयान ने फ्रीबीज पर छिड़ी बहस में नया तड़का लगा दिया है.

खड़गे के बयान के बाद पीएम मोदी ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. वहीं, पीएम मोदी के बयान के बाद सीएम सुक्खू ने भी अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर पीएम मोदी को जवाब दिया. सीएम सुक्खू ने कहा कि, 'हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार अपने वादों को पूरा करने और पूरे राज्य में समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह समर्पित है। हमें गर्व है कि हमने 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान की गई दस गारंटियों में से पांच को पूरा कर लिया है.

सुक्खू ने गिनवाईं पांच गारंटियां

सीएम सुक्खू ने बताया कि, उन्होंने अपने कार्यकाल में किन गारंटियों को पूरा किया है. सीएम ने एक्स पर किए पोस्ट में बताया कि, 'राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल किया. पात्र महिलाओं के लिए ₹1500 का मासिक भत्ता सुनिश्चित किया. पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा शुरू की. राज्य भर में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ₹680 करोड़ का स्टार्टअप फंड लॉन्च किया. दूध के लिए MSP लागू करने वाला पहला राज्य, गाय के दूध के लिए ₹45 प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए ₹55 प्रति लीटर एमएसपी. दिवाली से पहले, हमने 28 अक्टूबर को वेतन और पेंशन का वितरण किया. मात्र 22 महीनों के भीतर सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में 11% की वृद्धि की. “व्यवस्था परिवर्तन” पहल के माध्यम से, हम चुनौतीपूर्ण वित्तीय स्थिति के बावजूद आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रहे हैं. पिछली भाजपा सरकार से विरासत में मिला ₹75,000 करोड़ का कर्ज और केंद्र सरकार से अभी भी ₹23,000 करोड़ बकाया है.'

क्या था कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का बयान

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में पार्टी नेताओं और सरकार को डांट लगाई है. बता दें, कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रही है. इसी सिलसिले में खड़गे ने पार्टी नेताओं को जमकर खरी-खरी सुनाई. खड़गे ने यहां चुनाव अभियान में कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र के वादों पर चर्चा कर रहे थे. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, 'कर्नाटक में हम लोगों ने पांच गारंटी देने का वादा किया था. इसी की देखा-देखी हमने महाराष्ट्र में भी यही वादा किया. आज आपलोग कह रहे हैं कि एक गारंटी को कैंसिल करना पड़ेगा. उन्होंने नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि शायद आपलोग अखबार नहीं पढ़ते, लेकिन मैंने पढ़ा है. इसलिए यह बातें कह रहा हूं.'

दिवालियापन की तरफ चली जाएगी सरकार

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि, 'आप लोग जोश में आकर इतनी गारंटियों की घोषणा मत करो. उतना ही करो, जितना दे सको. उतनी ही गारंटी का वादा करना चाहिए, जितना पूरा हो सके, नहीं तो सरकार दिवालियापन की तरफ चली जाएगी. अगर सड़कों के लिए पैसे नहीं हैं, तो हर कोई आपके खिलाफ हो जाएगा. अगर यह सरकार विफल हो जाती है, तो आने वाली पीढ़ी के पास बदनामी के अलावा कुछ नहीं बचेगा. उन्हें 10 साल तक निर्वासन में रहना होगा.' खड़गे का यह बयान कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के उस सुझाव के बाद आया है जिसमें उसने कहा था कि वह शक्ति योजना की समीक्षा कर सकती है जिसके तहत महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा सुनिश्चित की गई थी.

पीएम मोदी ने किया पलटवार

वहीं, खड़गे के बयान के बाद पीएम ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी को पता चल रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें पूरा करना मुश्किल या असंभव है. वो चुनाव प्रचार के बाद भी लोगों से ऐसे वादे करते हैं जिन्हें वो जानते हैं कि वो कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब वो लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं!'

प्रधानमंत्री ने एक्स पर हैशटैग 'कांग्रेस के झूठे वादे" के साथ पोस्ट की एक श्रृंखला में कहा कि पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देना गैर-शासन, खराब अर्थव्यवस्था और बेमिसाल लूट के लिए वोट है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की "तथाकथित गारंटी" अधूरी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ "भयानक धोखा" है. कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.' पीएम मोदी के इसी बयान के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक्स पर पोस्ट कर पीएम को जवाब देने की कोशिश की थी.

ये भी पढ़ें: DA ही नहीं CM सुक्खू के सामने संशोधित वेतनमान के एरियर की भी चुनौती, 10 हजार करोड़ कहां से जुटाएगी सरकार

शिमला: बीत कुछ दशकों में फ्रीबीज चुनाव जीतने का टूल बन चुका है. चुनाव से पहले धड़ाधड़ और खटाखट चुनावी वादों की बाढ़ आ जाती है. फ्रीबीज को लेकर लंबे समय से एक बहस भी छिड़ी है. अब इस बहस को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने और हवा दे दी है. खड़गे के बयान ने फ्रीबीज पर छिड़ी बहस में नया तड़का लगा दिया है.

खड़गे के बयान के बाद पीएम मोदी ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. वहीं, पीएम मोदी के बयान के बाद सीएम सुक्खू ने भी अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर पीएम मोदी को जवाब दिया. सीएम सुक्खू ने कहा कि, 'हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार अपने वादों को पूरा करने और पूरे राज्य में समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह समर्पित है। हमें गर्व है कि हमने 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान की गई दस गारंटियों में से पांच को पूरा कर लिया है.

सुक्खू ने गिनवाईं पांच गारंटियां

सीएम सुक्खू ने बताया कि, उन्होंने अपने कार्यकाल में किन गारंटियों को पूरा किया है. सीएम ने एक्स पर किए पोस्ट में बताया कि, 'राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल किया. पात्र महिलाओं के लिए ₹1500 का मासिक भत्ता सुनिश्चित किया. पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा शुरू की. राज्य भर में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ₹680 करोड़ का स्टार्टअप फंड लॉन्च किया. दूध के लिए MSP लागू करने वाला पहला राज्य, गाय के दूध के लिए ₹45 प्रति लीटर और भैंस के दूध के लिए ₹55 प्रति लीटर एमएसपी. दिवाली से पहले, हमने 28 अक्टूबर को वेतन और पेंशन का वितरण किया. मात्र 22 महीनों के भीतर सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में 11% की वृद्धि की. “व्यवस्था परिवर्तन” पहल के माध्यम से, हम चुनौतीपूर्ण वित्तीय स्थिति के बावजूद आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रहे हैं. पिछली भाजपा सरकार से विरासत में मिला ₹75,000 करोड़ का कर्ज और केंद्र सरकार से अभी भी ₹23,000 करोड़ बकाया है.'

क्या था कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का बयान

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में पार्टी नेताओं और सरकार को डांट लगाई है. बता दें, कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रही है. इसी सिलसिले में खड़गे ने पार्टी नेताओं को जमकर खरी-खरी सुनाई. खड़गे ने यहां चुनाव अभियान में कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र के वादों पर चर्चा कर रहे थे. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, 'कर्नाटक में हम लोगों ने पांच गारंटी देने का वादा किया था. इसी की देखा-देखी हमने महाराष्ट्र में भी यही वादा किया. आज आपलोग कह रहे हैं कि एक गारंटी को कैंसिल करना पड़ेगा. उन्होंने नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि शायद आपलोग अखबार नहीं पढ़ते, लेकिन मैंने पढ़ा है. इसलिए यह बातें कह रहा हूं.'

दिवालियापन की तरफ चली जाएगी सरकार

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि, 'आप लोग जोश में आकर इतनी गारंटियों की घोषणा मत करो. उतना ही करो, जितना दे सको. उतनी ही गारंटी का वादा करना चाहिए, जितना पूरा हो सके, नहीं तो सरकार दिवालियापन की तरफ चली जाएगी. अगर सड़कों के लिए पैसे नहीं हैं, तो हर कोई आपके खिलाफ हो जाएगा. अगर यह सरकार विफल हो जाती है, तो आने वाली पीढ़ी के पास बदनामी के अलावा कुछ नहीं बचेगा. उन्हें 10 साल तक निर्वासन में रहना होगा.' खड़गे का यह बयान कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के उस सुझाव के बाद आया है जिसमें उसने कहा था कि वह शक्ति योजना की समीक्षा कर सकती है जिसके तहत महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा सुनिश्चित की गई थी.

पीएम मोदी ने किया पलटवार

वहीं, खड़गे के बयान के बाद पीएम ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी को पता चल रहा है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें पूरा करना मुश्किल या असंभव है. वो चुनाव प्रचार के बाद भी लोगों से ऐसे वादे करते हैं जिन्हें वो जानते हैं कि वो कभी पूरा नहीं कर पाएंगे. अब वो लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गए हैं!'

प्रधानमंत्री ने एक्स पर हैशटैग 'कांग्रेस के झूठे वादे" के साथ पोस्ट की एक श्रृंखला में कहा कि पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देना गैर-शासन, खराब अर्थव्यवस्था और बेमिसाल लूट के लिए वोट है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की "तथाकथित गारंटी" अधूरी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ "भयानक धोखा" है. कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में विकास की गति और वित्तीय स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.' पीएम मोदी के इसी बयान के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक्स पर पोस्ट कर पीएम को जवाब देने की कोशिश की थी.

ये भी पढ़ें: DA ही नहीं CM सुक्खू के सामने संशोधित वेतनमान के एरियर की भी चुनौती, 10 हजार करोड़ कहां से जुटाएगी सरकार

Last Updated : Nov 2, 2024, 2:46 PM IST
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