महिला आयोग की अध्यक्ष ने देखा सीएम के गृह जिले का महिला थाना, न महिला थानेदार, न फर्नीचर और न शौचालय पर दरवाजा - STATE WOMEN COMMISSION
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रयाज चिश्ती ने बुधवार को भरतपुर का दौरा किया. उन्होंने थानों का निरीक्षण किया और जन सुनवाई की.


Published : Oct 16, 2024, 3:16 PM IST
भरतपुर: मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर का महिला थाना राजस्थान का सबसे बुरा महिला थाना है. यह बात बुधवार को भरतपुर आई राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रयाज चिश्ती ने कही. रेहाना ने महिला थाने का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष रेहाना को थाने में ना तो पर्याप्त फर्नीचर मिला और ना ही शौचालय पर दरवाजा. इतना ही नहीं जर्जर भवन में संचालित थाने में थानेदार भी महिला नहीं है. अध्यक्ष रेहाना ने कहा कि वे इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगी. रेहाना ने आयोग के अन्य सदस्यों के साथ बुधवार को भरतपुर के सर्किट हाउस में महिलाओं की समस्याएं सुनी.
आयोग अध्यक्ष चिश्ती ने बुधवार को आयोग की सदस्य सुमित्रा, सुमन यादव और अंजना मेघवाल के साथ महिला थाने का औचक निरीक्षण किया. रेहाना ने कहा कि हम थाने का निरीक्षण करके अचंभित हो गए. थाने का पूरा भवन जर्जर हालत में है, बैठने के लिए फर्नीचर नहीं है, शौचालय में पानी व दरवाजा नहीं है. थाने में थानेदार महिला होनी चाहिए और महिला कर्मचारियों की संख्या भी अधिक होनी चाहिए, ताकि महिला परिवादी सहज होकर अपनी शिकायत बता सकें. आज राजस्थान के सबसे बुरे महिला थाने से परिचय हुआ. हम इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे.
पढ़ें: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज बोली- महिला उत्पीड़न मामलों में अलवर व भरतपुर अव्वल
महिलाओं की समस्याएं सुनीं: अध्यक्ष रेहाना ने सर्किट हाउस में महिलाओं की समस्याएं सुनीं. उन्होंने बताया कि सुनवाई के दौरान महिला उत्पीड़न, गृह क्लेश, मारपीट, दुष्कर्म और छेड़छाड़ जैसी शिकायतें आईं. उन्होंने बताया कि आयोग में सबसे ज्यादा शिकायतें भरतपुर और अलवर की महिलाओं की पहुंचती हैं.
भरतपुर जिले की शिकायतें ज्यादा: अध्यक्ष रेहाना ने बताया कि भरतपुर जिले की महिलाओं की अधिक शिकायतें मिलने की वजह से ही वे भरतपुर आई है, ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की समस्या सुन सकें और उनके समाधान का रास्ता निकाल सकें. उन्होंने बताया कि अधिकतर महिला शिकायतें प्रदेश के शिक्षा और चिकित्सा संस्थानों से मिलती हैं. सभी संस्थानों को महिलाओं की शिकायतों के समाधान के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. इस कमेटी में महिला सदस्य होना भी जरूरी है.