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उत्तर प्रदेश के 41 शिक्षकों को मिलेगा राज्य शिक्षक पुरस्कार, जानिए कौन-कौन से जिले के टीचर होंगे सम्मानित - State Teacher Award

राज्य अध्यापक पुरस्कार 2023 के लिए 16 से 21 अगस्त तक आयोजित राज्य स्तरीय चयन समिति की बैठक के बाद राज्य शिक्षक पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. पुरस्कार के लिए 41 शिक्षकों का चयन हुआ है.

गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर.
गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 4, 2024, 10:41 PM IST

लखनऊः शिक्षक दिवस के अवसर पर दिए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार की घोषणा बुधवार को कर दी गई. बेसिक शिक्षा विभाग इस बार 41 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार 2023 से सम्मानित करेगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की अध्यक्षता में 16 से 21 अगस्त के बीच आयोजित हुई बैठक के बाद इन सभी शिक्षकों के नाम पर सहमति बनी है. राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए राजधानी के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर गोसाईगंज की प्रधान अध्यापिका मधु यादव का नाम लखनऊ से चुना गया है.

राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची.
राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची. (Photo Credit; UP Government)

राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 15 जून से 10 जुलाई तक आवेदन स्वीकार किए गए थे. प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से इस बार राज्य अध्यापक पुरस्कार 2023 के लिए पूरे प्रदेश से 276 आवेदन प्राप्त हुए थे. राज्य चयन समिति में आए आवेदनों में से 132 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को शॉर्ट लिस्ट कर 16 से 21 अगस्त तक प्रेजेंटेशन एवं इंटरव्यू के लिए बुलाया था. इसके बाद प्रदेश के कुल 30 जिलों से कल 41 शिक्षकों का चयन राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए किया गया है.

राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची.
राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची. (Photo Credit; UP Government)
मधु यादव ने खेल गतिविधियों से पढ़ाई कर निपुण लक्ष्य हासिल कियाः गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर की प्रधानाध्यापिका मधु यादव ने बताया कि स्कूल में 240 बच्चे पंजीकृत हैं. स्कूल में पाच शिक्षक और तीन शिक्षामित्र हैं. बच्चों को पढ़ाते वक्त समझाने के लिए आसपास मौजूद उदाहरण देकर समझाने पर जोर दिया जाता है. बच्चों गणित में घटते और बढ़ते क्रम को समझाने के लिए छोटे से बड़े क्रम में लकड़ी के टुकड़े जमीन में जाम कराए हैं. इसके साथ ही कंक्रीट की मदद से गोला, व्यास, त्रिकोण आदि अन्य आकृतियां बनाई गईं हैं. इन्हें पढ़ाते समय बच्चों को खड़ा करके बताया जाता है. साथ ही कक्षा में बच्चों को खेल के माध्यम से पढ़ाने पर जोर दिया जाता है. स्कूल में सांस्कतिक व खेल कूद गतिविधियां नियमित आयोजित होती हैं. यहां के पढ़े करीब 60 बच्चे राष्ट्रीय आय परीक्षा में चयनित हो चुके हैं. वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस स्कूल के निपुण लक्ष्य हासिल करने पर प्रधानाध्यापिका मधु यादव को प्रशस्ति पत्र दिया था.

इसे भी पढ़ें-राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 15 जून से शुरू होंगे आवेदन, जानिए कौन कर सकता आवेदन

लखनऊः शिक्षक दिवस के अवसर पर दिए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार की घोषणा बुधवार को कर दी गई. बेसिक शिक्षा विभाग इस बार 41 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार 2023 से सम्मानित करेगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की अध्यक्षता में 16 से 21 अगस्त के बीच आयोजित हुई बैठक के बाद इन सभी शिक्षकों के नाम पर सहमति बनी है. राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए राजधानी के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर गोसाईगंज की प्रधान अध्यापिका मधु यादव का नाम लखनऊ से चुना गया है.

राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची.
राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची. (Photo Credit; UP Government)

राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 15 जून से 10 जुलाई तक आवेदन स्वीकार किए गए थे. प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से इस बार राज्य अध्यापक पुरस्कार 2023 के लिए पूरे प्रदेश से 276 आवेदन प्राप्त हुए थे. राज्य चयन समिति में आए आवेदनों में से 132 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को शॉर्ट लिस्ट कर 16 से 21 अगस्त तक प्रेजेंटेशन एवं इंटरव्यू के लिए बुलाया था. इसके बाद प्रदेश के कुल 30 जिलों से कल 41 शिक्षकों का चयन राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए किया गया है.

राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची.
राज्य अध्यापक पुरस्कार में चयनित शिक्षकों की सूची. (Photo Credit; UP Government)
मधु यादव ने खेल गतिविधियों से पढ़ाई कर निपुण लक्ष्य हासिल कियाः गोसाईगंज के प्राथमिक विद्यालय महमूदपुर की प्रधानाध्यापिका मधु यादव ने बताया कि स्कूल में 240 बच्चे पंजीकृत हैं. स्कूल में पाच शिक्षक और तीन शिक्षामित्र हैं. बच्चों को पढ़ाते वक्त समझाने के लिए आसपास मौजूद उदाहरण देकर समझाने पर जोर दिया जाता है. बच्चों गणित में घटते और बढ़ते क्रम को समझाने के लिए छोटे से बड़े क्रम में लकड़ी के टुकड़े जमीन में जाम कराए हैं. इसके साथ ही कंक्रीट की मदद से गोला, व्यास, त्रिकोण आदि अन्य आकृतियां बनाई गईं हैं. इन्हें पढ़ाते समय बच्चों को खड़ा करके बताया जाता है. साथ ही कक्षा में बच्चों को खेल के माध्यम से पढ़ाने पर जोर दिया जाता है. स्कूल में सांस्कतिक व खेल कूद गतिविधियां नियमित आयोजित होती हैं. यहां के पढ़े करीब 60 बच्चे राष्ट्रीय आय परीक्षा में चयनित हो चुके हैं. वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस स्कूल के निपुण लक्ष्य हासिल करने पर प्रधानाध्यापिका मधु यादव को प्रशस्ति पत्र दिया था.

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