रांची: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राज्य और केंद्र सरकार की सभी विभाग मतदाताओं और मतदानकर्मियों को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए लगातार प्रयास करने में जुटी है. झारखंड जैसे प्रदेशों में जहां नक्सल एक बड़ी समस्या है. वहीं जंगली जानवरों का भी डर लोगों को सताता है.
जंगली क्षेत्र में बनाए गए पोलिंग बूथों पर जंगली हाथियों के विचरण और अन्य वन्य जीवों के मूवमेंट अक्सर होते हैं. इसको देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने वन विभाग के लिए पहली बार निर्देश जारी किया है. झारखंड राज्य निर्वाचन आयोग ने 25 मई को होने वाले मतदान को लेकर रांची वन प्रमंडल को हिदायत दी है. जिसमें कहा गया है कि रांची लोकसभा क्षेत्र के जंगली इलाकों पर विशेष नजर बनाकर रखें.
पिछले कई महीनों में जंगली हाथियों के विचरण के दौरान उनके हमले से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. इसी को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने वन विभाग को ये स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि रांची के ऐसे क्षेत्रों में वन विभाग के ट्रेंड कर्मचारियों को तैनात रखें. अगर मतदान के दौरान जंगली हाथी या अन्य जंगली वन्य जीवों का विचरण होता है तो मतदाता और मतदानकर्मियों को सुरक्षा दी जा सके.
वन विभाग के जिला वन पदाधिकारी श्रीकांत वर्मा ने बताया कि रांची जिला के सिल्ली और सिकदरी क्षेत्र में आए दिन जंगली हाथियों का विचरण देखा जाता है. इसीलिए करीब 100 वन कर्मचारियों और संबंधित वन समिति के लोगों को जंगली क्षेत्रों में तैनात किया गया है. चुनाव के दिन जितने भी कर्मचारी पोलिंग बूथ पर पहुंचेंगे उनके लिए क्या-क्या दिशा निर्देश जारी किया गया है, उसको वन विभाग के कर्मचारी बताने का काम करेंगे.
वहीं डीएफओ श्रीकांत वर्मा ने कहा कि लोकसभआ चुनाव के दौरान सुरक्षा में जो सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे उन्हें भी वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा समय समय जानकारियां दी जाएगी कि किस सीमा तक वह सुरक्षा के लिए जा सकते हैं. चुनाव से पहले वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जाएगा. लोगों को यह बताया जाएगा कि जंगली क्षेत्र से मतदाता गुजर रहे हैं तो अकेले ना जाएं कुछ लोगों को साथ लेकर चले और अगर कहीं भी हाथी के आने की सूचना मिलती है तो एलीफेंट अलर्ट एप का भी उपयोग करें.
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