जयपुर : प्रदेश में इस साल विधानसभा की छह सीटों पर उपचुनाव होने हैं. भाजपा को इन छह सीटों पर जीत की राह आसान नहीं दिख रही है. यहां तक कि सलूम्बर सीट जो अभी तक भाजपा के पास थी, वहां भी तेजी से सामाजिक समीकरण और परिस्थितियां बदली हैं. सलूम्बर और चौरासी दोनों ही सीटों पर आदिवासी मतदाता निर्णायक की भूमिका में हैं. ऐसे में इन दोनों सीटों पर भाजपा के लिए कांग्रेस के साथ ही भारत आदिवासी पार्टी भी बड़ी चुनौती है.
इधर, दो दिन पहले प्रदेश भाजपा प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने भारत आदिवासी पार्टी के नेताओं की तारीफ की थी. यही वजह है कि भाजपा और बीएपी के बीच गठबंधन की चर्चा शुरू हो गई थी, लेकिन शुक्रवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सभी दावों और कयासों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि पार्टी खुद के दम पर चुनावी मैदान में उतरेगी. ईटीवी भारत से खास बातचीत में राठौड़ ने कहा कि पार्टी सभी छह सीटों पर मजबूत स्थिति में है. ऐसे में भाजपा को किसी से गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है. पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी.
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समझें दौरों के मायने : भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के दौरे पर हैं. इस दौरे के दौरान खास तौर से उन विधानसभा क्षेत्रों में संगठनात्मक बैठक की गई, जहां उपचुनाव होने हैं. इसमें झुंझुनू, देवली उनियारा, दौसा, खींवसर, चौरासी और सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र शामिल है. हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष मदन
राठौड़ ने कहा कि अभी सिर्फ संगठनात्मक बैठकों के लिए दौरे हो रहे हैं. हम अपने परिवार से संपर्क कर रहे हैं. बैठकों के जरिए एक-दूसरे से परिचय हो रहा है. इसके साथ ही स्थानीय जरूरतों और रिपेयरिंग के काम पर भी फोकस किया जा रहा है. आगे उन्होंने कहा कि जब चुनाव की घोषणा होगी तो हम चुनाव की रणनीति भी तैयार करेंगे. चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव वाली सीटों के भी दौरे किए जा रहे हैं.
राठौड़ ने किया ये बड़ा दावा : राठौड़ ने कहा कि 6 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. हम सभी सीटों पर जीत दर्ज करेंगे. ऐसा नहीं है कि लंबे समय से हमारा प्रतिनिधि इन सीटों पर न जीता हो. पहले भी हम इन सीटों पर जीत दर्ज किए हैं. वहीं, चौरासी और खींवसर सीट को भाजपा पहले से जीतते आ रही है, लेकिन पिछले चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने भ्रम फैला कर यहां जीत हासिल की थी, लेकिन अब ये भ्रम चलने वाला नहीं है.
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राठौड़ ने कहा कि हार-जीत लोकतंत्र में चलती रहती है, लेकिन इन सीटों पर भाजपा का संगठन मजबूत है. यहां संगठन अच्छा काम कर रहा है. सरकार की ओर से भी इन क्षेत्रों में बेहतर काम किया गया है. यही वजह है कि क्षेत्र की जनता भाजपा के साथ है और हम सभी 6 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहे हैं.
किसी से गठबंधन नहीं करेगी भाजपा : वहीं, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल के बाप नेताओं की तारीफ के बाद चौरासी सीट पर बाप के साथ गठबंधन की चर्चाएं शुरू हो गई थी, लेकिन शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इसे खारिज कर दिया. राठौड़ ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी-अपनी शक्ति दिखाने का अधिकार है. यह सही है कि भाजपा का मुकाबला कांग्रेस के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी से भी है, लेकिन भाजपा इसके लिए पूरी तरह से तैयार है और हम सभी सीटों को जीतेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक बात गठबंधन की है तो भाजपा किसी भी पार्टी से उपचुनाव में कोई गठबंधन नहीं करेगी. सभी 6 सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने कोई गठबंधन की बात नहीं कही थी. दूसरे दल अपना घर संभाले, हम अपना घर खुद संभाल लेंगे. वहीं, हमारा परिवार और हमारा घर मजबूत है और हम पूरी तरह से संगठित हैं.
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रोत जो चाहते हैं, वो कांग्रेस की गोद में बैठकर नहीं होगा : दरअसल, बुधवार को उदयपुर में प्रदेश भाजपा प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने राजकुमार रोत की तारीफ करते हुए कहा था कि रोत नौजवान हैं. वे कोशिश कर रहे हैं कि भील समाज में जागरूकता आए, लेकिन उन्हें धीरे-धीरे समझ में आ जाएगा कि जो कुछ वो करना चाहते है, वो कांग्रेस की गोद में बैठकर नहीं हो सकता है. यह काम केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि आज जो मानगढ़ धाम का सौंदर्यीकरण हुआ है, जो राष्ट्रीय संग्रहालय बना है. उसे वसुंधरा राजे ने बनवाया. वहीं, पीएम मोदी ने यहां गोविंद गुरु के सम्मान को स्थापित किया. द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाया. इस बात को आदिवासी समाज भली-भांति जानता है कि आजादी के 75 सालों में अगर उनके समाज को किसी ने वास्तव में राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त किया है तो वो पीएम मोदी हैं.