अल्मोड़ा: राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार से जीवन व्यापन करने योग्य पेंशन देने की मांग की है. उन्होंने जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर मनिआगर में बैठक कर सरकार पर उनकी उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है. वहीं तय किया गया है कि सरकार के इस उपेक्षापूर्ण रवैये के खिलाफ वह 7 अगस्त को अल्मोड़ा के गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन करेंगे.
गुरुवार को अल्मोड़ा के राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार से बार बार जीवन यापन करने योग्य पेंशन देने की मांग की जा रही है. लेकिन उनकी मांगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उनके क्षैतिज आरक्षण के विधेयक को बार-बार किसी न किसी बहाने लटका दिया जा रहा है. राज्य बनने के 24 वर्ष बाद भी राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है. आश्रितों की पेंशन की घोषणा को तीन वर्ष हो चुके हैं, किन्तु अभी तक पेंशन नहीं दी गई है. इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों ने उन्हें बीस हजार रुपये मासिक पेंशन लोकतंत्र सेनानियों की तर्ज पर दिए जाने की मांग की.
वहीं मनिआगर-नगरखान मोटर मार्ग में शीघ्र डामरीकरण करने, दशों-बमनस्वाल मोटर मार्ग के चौड़ीकरण एवं डामरीकरण करने समेच मनिआगर-बानठौक मोटर मार्ग के डामरीकरण की गुणवत्ता की जांच करने की भी मांग उठाई. आंदोलनकारियों ने मनिआगर ग्राम पंचायत में घर-घर नल, घर-घर जल योजना का कार्य वर्षों बाद भी पूर्ण न होने पर आक्रोश व्यक्त किया. डालाकोट, गिरचोला में भी घर-घर नल, घर-घर जल योजना से पर्याप्त पानी लोगों को न मिलने की स्थिति को देखते हुए इस योजना के लिए स्वाल नदी से पंपिंग योजना बनाए जाने की मांग भी उठाई गई.
राज्य आंदोलनकारियों ने तय किया कि अपनी मांगों को लेकर वह 7 अगस्त को अल्मोड़ा के गांधी पार्क में धरना देंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे.
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