श्रीनगर: 48 हफ्तों की कठिन प्रशिक्षण के बाद आज एसएसबी को 86 नए उप निरिक्षक मिल गए हैं. ये उप निरीक्षक एसएसबी सीटीसी श्रीनगर गढ़वाल में आयोजित पासिंग आउट परेड (POP) में देश सेवा की शपथ के बाद अपनी सेवा की शुरुआत कर रहे हैं. इनमें सबसे अधिक जवान उत्तर प्रदेश से 20, बिहार से 4, हरियाणा से 13, राजस्थान से 18, हिमाचल प्रदेश से 1,जम्मू और कश्मीर से 1, झारखंड से 1, उत्तराखंड से 6 , पश्चिम बंगाल 1,तेलंगाना से 2 मणिपुर से 7, दिल्ली से 5, सैन्य अधिकारी शामिल हैं.
अब एसएसबी के ये नये सब इंस्पेक्टर नेपाल-भूटान सीमा के साथ नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात होकर देश की रक्षा करेंगे. इस दौरान एसएसबी के आईजी आरके बुमला भी शामिल रहे. उन्होंने नए अधिकारियों को बैच लगाकर परेड की सलामी ली.
1 जून 2017 से अधिकारिक रूप से स्थापित इस केन्द्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र में अब तक कुल 93 प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न करवाए जा चुके हैं. जिसमें 17 मूलभूत प्रशिक्षण, 43 पदोन्नति प्रशिक्षण, 17 इन सर्विस प्रशिक्षण और 14 व्यावसायिक विषयगत प्रशिक्षण जिसमें घुड़सवारी के 3 प्रशिक्षण भी शामिल हैं. इन प्रशिक्षणों में कुल 5674 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित कर उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए भेजा गया है. कोर्स विवरण में सामान्य सैनिक कौशल, शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल प्रशिक्षण, हथियार प्रशिक्षण, तैराकी, रणनीति सामान्य प्रशिक्षण, कानूनी प्रावधान मानवाधिकार, लिंग संवेदनशीलता चिकित्सा/प्राथमिक चिकित्सा, विशेष कौशल पर बल, व्यक्तिगत विकास इत्यादि को शामिल किया गया है.
इस दौरान एसएसबी के आईजी आरके बुमला ने कहा पास आउट सैन्य अधिकारी अब देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे. उन्ही के कंधों पर देश की सीमाओं की निगेहबानी का जिमा रहेगा. सभी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे. उन्होंने युवाओं को सेना में आने की टिप्स भी दिये. उन्होंने कहा युवाओं को पढ़ाई के साथ अपनी फिजीकल फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए. कठिन परिश्रम से ही सेना में जाया जा सकता है. उन्होंने सभी पास आउट सैन्य अधिकारियों को बधाई दी.