जयपुर. खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मंगलवार को सवाई मानसिंह इण्डोर स्टेडियम में 20 दिवसीय 64वीं केन्द्रीय आवासीय खेलकूद प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया. इस मौके पर खेल मंत्री ने कहा कि जब मैं एक खिलाड़ी था, तब मैं भी इस तरह के शिविरों में भाग लिया करता था और एक खिलाड़ी को बुलन्दी छूने के लिए जरूरी है कि वह लक्ष्य को मध्येनजर रखते हुए अनुशासन के साथ कड़ी मेहनत करे. अपनी हर रोज की ट्रेनिंग को एक कम्पीटिशन के रूप में ले, तो सफलता उनके कदम चूमेगी.
उन्होंने इस अवसर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जब खिलाड़ी घर से बाहर निकलता है तो उसे एक नया वातावरण मिलता है. उससे निपटना होता है और उसके अनुरूप अपने आप को ढालना पड़ता है. यह एक खिलाड़ी की शुरूआत होती है, जहां से उसे अपने आप को एडजस्ट करना होता है. शिविर में आपको फिजिकल, मेन्टली तौर पर स्ट्रोन्ग होना होता है. कोच से आपको सीखना होता है. यहीं से खिलाड़ी में आत्मविश्वास पैदा होता है. उसे आगे बढ़ने के लिए सबकुछ भूल जाना होता है. उसे केवल एक ही चीज दिखती है कि भारत के लिए खेलना है और जर्सी के पीछे इंडिया लिखवाना है.
खिलाड़ियों से हुए रूबरू: ओलम्पिक के रजत पदक विजेता कर्नल राठौड़ ने बताया कि जीतता वही है जिसे अपने प्रतिद्धन्दी के बारे में पता हो. इस मौके पर खेल मंत्री खिलाड़ियों से रूबरू भी हुए और खिलाड़ियों के सवालों का जवाब भी दिया. कैम्प का उद्घाटन करने के बाद खेल मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय तरणताल और ऑलवेदर स्वीमिंग पूल का निरीक्षण किया. खेल परिषद के सचिव सोहन राम चौधरी ने शिविर के बारे में जानकारी दी और बताया कि 21 दिवसीय 64वीं केन्द्रीय आवासीय खेलकूद प्रशिक्षण शिविर में 15 खेल आयोजित किए जा रहे हैं. शिविर में कबडडी, खो-खो, क्रिकेट, जिम्नास्टिक, हॉकी, हैण्डबॉल, बास्केटबॉल, तीरंदाजी, बॉक्सिंग, कुश्ती , जूडो, एथलेटिक्स, फुटबॉल, वालीबॉल और पैरा एथलेटिक्स खेल शामिल हैं.