पलामू: लोकसभा चुनाव में तीन दिन बचे हैं. मतदान से पहले संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है. नक्सल प्रभावित इलाके में रोड और पूल की जांच शुरू हुई है. रोड और पूल में लैंड माइंस का खतरा है, जिस कारण चैकसी को बढ़ाई गई है. संवेदनशील इलाकों में एक-एक रोड, पूल और पुलिया की जांच की जा रही है.
दरअसल, नक्सल प्रभावित इलाके में पैदल पोलिंग पार्टी और सुरक्षाबल गुजरने वाले हैं. पोलिंग पार्टी और सुरक्षाबलों के गुजरने से पहले एक-एक रोड को सेनेटाइज किया जा रहा है. रोड पर बने पुल और पुलिया की जांच की जा रही है. गुरुवार को हरिहरगंज, पिपराटांड, चैनपुर, पांडु, रामगढ़, छतरपुर समेत कई थानों क्षेत्रो में अभियान चलाया गया. पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में अभियान चलाया जा रहा है, रोड पुल पुलिया की जांच की जा रही है.
30 से अधिक सड़क हैं संवेदनशील, जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन
पलामू के इलाके में लोकसभा चुनाव को लेकर 30 से अधिक रोड को संवेदनशील चिन्हित किया गया है. सभी स्पेशल टीम के माध्यम से जांच करवाई जा रही है. स्पेशल टीम में सीआरपीएफ, जगुआर, आईआरबी, जैप समेत स्थानीय पुलिस बल की टीम शामिल है. चिन्हित रोड पर नक्सली हमले का खतरा बना हुआ रहता है.
लोकसभा चुनाव को लेकर दूसरे राउंड में रोड और पुल पुलिया को सेनेटाइज करने का कार्य शुरू किया गया है. अभियान में बीडीडीएस को भी तैनात किया गया है. पलामू लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक छतरपुर, हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में रोड को संवेदनशील चिन्हित किया गया है.
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