रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल्य बसाहटों में राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.इसके लिए प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाएगा. आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने राज्य के 18 जिलों में आगामी सितम्बर माह में मेगा इवेंट एवं आईईसी कैंपेन चलाने के निर्देश जारी किए हैं.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सितंबर 2024 के प्रथम सप्ताह में ऐसे आयोजनों में वर्चुअल रूप से शामिल होकर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के साथ संवाद करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे संवाद : सोनमणि बोरा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीएम जनमन योजना के तहत झारखंड में आयोजित किए जा रहे हैं राष्ट्रीय मेगा ईवेंट शामिल होंगे. इसके बाद देश के सभी पीवीटीजी बसाहट वाले जिलों को संबोधित करते हुए टू वे कनेक्टिविटी के माध्यम से संवाद स्थापित करेंगे.छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति वाले किसी एक जिले को राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट के लिए चिन्हित किया गया है. मेगा ईवेंट के अतिरिक्त बाकी सभी पीएम-जनमन के जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे. इन सभी आयोजनों में झारखण्ड राज्य से प्रधानमंत्री का संबोधन और संवाद सुचारु रुप से देखने और सुनने के लिए टू-वे-कनेक्टिविटी की आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है.
नारायणपुर जिले में भी आयोजन : प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत आने वाले जिलो में से एक जिले को राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट के लिए चिन्हित किया जाएगा. यह स्थान छत्तीसगढ़ में कार्यक्रम का मुख्य बिंदु होगा. मेगा ईवेंट के अतिरिक्त बाकी सभी पीएम जनमन के जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिसमें पीवीटीजी एवं अन्य जनजातीय लाभार्थी उपस्थित रहेंगे. जिले में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य विशिष्ट अतिथिगण हिस्सा लेंगे.जिनके द्वारा लाभार्थियों को गतिविधियों के योजना के लाभों का वितरण किया जाएगा. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
शिविर में लाभार्थियों को क्या होगा फायदा : कैम्पेन तथा लाभार्थी संतृप्ति शिविरों का आयोजन 23 अगस्त 2024 से 10 सितंबर 2024 तक किया जाएगा.इन शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड, जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल की जांच एवं मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएगी, इसका उद्देश्य सभी पीवीटीजी बसाहटों में तात्कालिक गतिविधियों की शत-प्रतिशत संतृप्ति की जानी है.
क्या है शिविर का मुख्य उद्देश्य : इस लाभार्थी संतृप्ति शिविर का मुख्य फोकस यूआईडीएआई के तहत नामांकन एवं आधार कार्ड जारी करना, पीएम जनधन के तहत बैंक खाता खोलना, सभी पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान भारत कार्ड बनाना, सभी पीवीटीजी को सामुदायिक प्रमाण पत्र जारी करना, वन अधिकार पत्र जारी करना तथा पीवीटीजी बसाहटों में सिकल सेल विमारी की जांच करना है. साथ ही सरकारी योजनाओं से छात्रवृत्ति, मातृत्व लाभ योजनाएं, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि के तहत लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाया जाएगा.
पहले भी चलाया गया था अभियान : दिसंबर 2023 में आयोजित शिविरों के जैसे ही कैम्पेन चलाते हुए प्रत्येक कैम्प, ईवेंट की जानकारी भारत सरकार, जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा विकसित पीएम-जनमन के पोर्टल पर ब्लॉक स्तर की आईडी से अपलोड किया जाएगा. इस अभियान के दौरान एकत्रित डाटा, फोटोग्राफ्स को पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. लाभार्थी संतृप्ति शिविर गहन रुप से सभी पीवीटीजी बसाहटों में चलाया जाएगा.