चमोली: विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने नौटी में उफराईं (उफरांई) देवी मौडवी महोत्सव में प्रतिभाग किया. इस दौरान उन्होंने उफराईं देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया. उफराईं देवी मंदिर समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को माता का प्रसाद अरसा और रोट भेंट किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज जिस तरह आगे बढ़ रहा है, उसमें यह आवश्यक हो जाता है कि हम अपने रीति रिवाज, परंपराओं को साथ लेकर चलें.
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कही ये बात: विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि नई पीढ़ी को अपने रीति रिवाजों के बारे में अवश्य बताएं. माता ही बच्चे की पहली गुरु होती है. आप अपने बच्चों को किस तरह शिक्षा देती हैं, कैसी दीक्षा देती हैं, उसी से समाज का निर्माण होता है. उन्होने कहा कि हमारा धर्म एक धर्म नहीं है, बल्कि जीवन जीने की शैली है. कहीं भी चले जाइए, आपको उत्तराखंडी होने पर नाज होना चाहिए.
जनपद चमोली के नौटी स्थित माँ उफरांई देवी मंदिर में आयोजित मौडिवी महोत्सव में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
— Ritu Khanduri Bhushan (@RituKhanduriBJP) December 9, 2024
इस अवसर पर माँ उफरांई देवी के दिव्य दर्शन कर, विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की और माता रानी से समस्त प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, खुशहाली तथा समग्र कल्याण की कामना की।… pic.twitter.com/fxePix8goi
ऋतु खंडूड़ी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड सशक्त महिलाओं का प्रदेश है, अपनी ताकत को पहचानिए. आप नौ दिन की देवी नहीं 365 दिन की देवी हैं. बच्चों को अच्छे संस्कार दीजिए और अपनी मिट्टी से जुड़े रहें. साथ ही कहा कि चारधाम के यात्रा रूट के विकल्प के तौर पर इस मार्ग को लेकर भी विचार किया जाएगा. वहीं, बालिका स्कूल के उच्चीकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि मानक के अनुकूल होगा तो अवश्य उच्चीकृत किया जाएगा.
14 साल बाद हो रहा महोत्सव का आयोजन, ध्याणियों का पर्व है मौडवी: बता दें कि 10 दिनों तक चलने वाले उफराईं देवी मौडवी महोत्सव का आयोजन 14 साल बाद किया जा रहा है. मौडवी ध्याणियों का पर्व है. नौटी में देवी भूम्याल के रूप में पूजी जाती हैं. मौडवी में देवी को प्रसाद स्वरूप चेंसू भात का भोग लगाया जाता है. इस महोत्सव में भाग लेने के लिए सभी लोग गांव पहुंचते हैं.
ये भी पढ़ें-