रांचीः झारखंड विधानसभा की नवगठित समितियों के सभापति और सदस्यों को शुक्रवार 24 जनवरी को कर्तव्य बोध कराया गया. विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो के सभाकक्ष में हुई इस बैठक में कल्पना सोरेन, स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू, सविता महतो सहित समिति से जुड़े कई विधायक, सदस्य और सभापति मौजूद थे. बैठक में राज्य सरकार की मुख्य सचिव अलका तिवारी और कैबिनेट सचिव वंदना दादेल भी मौजूद थीं.
विधानसभा समितियों की भूमिका को बताया अहम
इस मौके पर स्पीकर ने विधानसभा समिति के कार्य और भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इनकी सहभागिता सरकार के सलाहकार के रूप में होती है. कई मौकों पर सरकार इनकी अनुशंसा को मानती रही है और उसपर अग्रेतर कार्रवाई भी होती रही है.
विधानसभा की बनी हैं 25 समितियां
झारखंड विधानसभा द्वारा पिछले दिनों 25 समितियां गठित की गई हैं. इन समितियों के अध्यक्ष और सभापतियों ने आज 24 जनवरी 2025 से कार्यभार संभाल लिया है. इन समितियों की भूमिका संसदीय कार्यों के अलावे प्रशासनिक क्षेत्र में भी अहम होती है. विधानसभा अध्यक्ष ने समितियां के सदस्यों को भी उनके दायित्व के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की अपील की.
इस मौके पर अनागत प्रश्न क्रियान्वयन समिति के सभापति बने देवघर के राजद विधायक सुरेश पासवान ने कहा कि स्पीकर के द्वारा जो जिम्मेदारी दी गई है उसका पालन करने के लिए तैयार हैं.संसदीय कार्यों के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है.
महिला बाल विकास समिति की सभापति बनीं कल्पना
गौरतलब है कि विधानसभा की समितियों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन को विधानसभा की महिला बाल विकास समिति का सभापति बनाया गया है. इस समिति में शशि भूषण मेहता, ममता देवी, पूर्णिमा साहू, निसात आलम सदस्य के रूप में हैं.
इन विधायकों को भी मिली जिम्मेदारी
इसी तरह बरही के भाजपा विधायक मनोज कुमार यादव लोक लेखा समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हेमलाल मुर्मू प्राक्कलन समिति, माले विधायक अरूप चटर्जी सरकारी आश्वासन समिति और दुमका के झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक बसंत सोरेन प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के सभापति बनाए गए हैं.
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