रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं. विपक्ष के कड़े रूख को देखते हुए सत्ता पक्ष भी माकुल जवाब देने की तैयारी में है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान से यह स्पष्ट हो रहा है. झारखंड विधानसभा में सत्र को लेकर आयोजित बैठक में शिरकत करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष रस्सी लेकर आएं और बांधने का काम करें.
उन्होंने कहा कि सदन के अंदर सवाल भी आते हैं और जवाब भी आता है. आसन का निर्देश जिस तरह से होता है निर्धारित समय में कार्यवाही की जाती है. मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे को सदन देखने की सलाह दी है. उन्होंने निशिकांत दुबे के द्वारा झारखंड को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने की मांग पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए यह बातें कही.
सर्वदलीय संसदीय नेताओं की बैठक से बीजेपी अनुपस्थित
स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो के कक्ष में आयोजित बैठक में सदन के नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, आजसू विधायक लंबोदर महतो, माले विधायक विनोद सिंह मौजूद थे. इस दौरान ना तो नेता प्रतिपक्ष और ना ही भाजपा के कोई भी प्रतिनिधि उपस्थित हुए. बैठक में उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हुए स्पीकर रबीन्द्र नाथ महतो ने मानसून सत्र के शांतिपूर्ण संचालन में सहयोग करने की अपील की.
उन्होंने कहा कि बैठक में सदन के संचालन के दौरान कुछ छोटी मोटी बातें आई हैं जिसे 26 जुलाई को सदन की कार्यवाही के बाद कार्यमंत्रणा में लाया जायेगा. इन सबके बीच सत्ता पक्ष ने सत्र को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर आज शाम 4 बजे बैठक बुलाई है. वहीं बीजेपी ने रविवार 28 जुलाई को शाम सात बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है.
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