अंबेडकरनगर : आरक्षण और नियुक्ति के मुद्दे को लेकर सपा सांसद लालजी वर्मा और SGPGI प्रशासन आमने-सामने है. लालजी वर्मा ने नियुक्तियों में नॉट फाउंड सुटेबल का मुद्दा उठाया तो सियासत गरमा गई. लालजी वर्मा ने सवाल उठाया है कि SGPGI में दस साल से न्यूरोलॉजी विभाग में एससी कोटे का पद रिक्त है, उसे क्यों नही भरा गया? लालजी वर्मा ने SGPGI की शैक्षणिक व्यवस्था पर ही सवाल खड़े किए हैं.
पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री और वर्तमान सपा सांसद लालजी वर्मा ने कहा है कि कि जिस डॉक्टर सर्वेश चौधरी को NOT FOUND SUITABLE कहकर बाहर किया गया है, उन्होंने SGPGI से ही DM की डिग्री ली है. उसे काउंसलिंग के दौरान सामान्य कोटे से SGPGI की पहली सीट मिली थी. लालजी वर्मा ने सवाल किया है कि SGPGI जिन्हें इतनी बड़ी डिग्री दे रही है, वे उसी संस्थान के योग्य नही हैं तो क्या संस्थान अयोग्य लोगों को डिग्री बांट रहा है.
लालजी वर्मा ने कहा कि SGPGI ये बताए कि आरक्षित पद क्यों रिक्त है? सपा सांसद ने कहा कि OBC, SC और ST कोटे के लिए 48 पदों की वैकेंसी निकली थी, जिसमे तकरीबन दस पद ही भरे गए हैं. न्यूरोलॉजी विभाग में ही एससी कोटे का पद लगभग दस साल से रिक्त है. पूछा कि SGPGI प्रशासन ने आरक्षित कोटे के पदों को रिक्त क्यों रखा है?
सपा सांसद द्वारा आरक्षण के मुद्दे को उठाने के बाद सियासत में खलबली मच गई थी. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखी थी. मामले ने तूल पकड़ा तो SGPGI ने भी सफाई पेश की.
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