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किसानों को फसल पर मोटा मुनाफा है कमाना, फ्री में करा लें यह काम, करीब है लास्ट डेट - Rice Paddy Soyabean Registration

खरीफ की फसलों को न्यूनतम समर्थम मूल्य पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन शुरु हैं. इसकी आखिरी तारिख 4 अक्टूबर तक है. जिन किसान भाईयों को अपनी धान या सोयाबीन की फसल को सरकार को बेचना है, वे जल्द से जल्द रजिस्ट्रेनश करा लें. क्योंकि एमएसपी पर फसल बेचने के लिए यह अनिवार्य है.

PADDY AND SOYBEAN REGISTRATION
धान और सोयाबीन की फसल के रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट जल्द (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 28, 2024, 6:32 PM IST

Updated : Sep 28, 2024, 7:46 PM IST

शहडोल: खरीफ का सीजन अपने समाप्ति की ओर है. खरीफ की फसलें अब तैयार होने की कगार पर हैं. कई फसलें तो तैयार भी हो चुकी है. इस सीजन में धान की खेती प्रमुखता से की जाती है. प्रदेश के कई हिस्सों में सोयाबीन की खेती भी प्रमुखता से की जाती है. प्रशासन ने भी फसलों की खरीद के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. फसलों के पंजीयन का काम शुरू हो गया है. ऐसे में जो भी किसान अपनी फसल को एमएसपी पर बेचना चाहते हैं, वो जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा लें, क्योंकि फसल के रजिस्ट्रेशन के बाद ही किसान अपनी फसल को एमएसपी पर सरकार को बेच सकेंगे.

क्या है रजिस्ट्रेशन की तारीख

कृषि विभाग के उप संचालक आरपी झारिया ने बताया कि, ''जो भी किसान अपने खरीफ सीजन की फसल का पंजीयन करना चाहते हैं, जल्दी करा लें, क्योंकि 19 सितंबर से पंजीयन का काम शुरू हो चुका है, जो 04 अक्टूबर तक चलेगा. किसान भाइयों को अगर सरकार को एमएसपी पर फसल बेचनी है तो, पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. शहडोल जिले में धान और सोयाबीन की फसल का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. जिले की 38 सेवा सहकारी समितियों में रजिस्ट्रेशन का काम किया जा रहा है.''

कृषि विभाग के उप संचालक आरपी झारिया ने दी जानकारी (ETV Bharat)

रजिस्ट्रेशन कराने में लगेंगे ये डॉक्यूमेंट

आरपी झारिया ने बताया, ''जिन किसान भाइयों की जमीन का ई केवाईसी नहीं हुआ है वो समग्र आईडी से ई केवाईसी करा लें, वहीं जिनकी केवाईसी हो गई है उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि ई केवाईसी के बाद रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ेगी. उनको केवल निर्धारित फॉर्मेट में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना होगा. किसानों को रजिस्ट्रेशन के समय ध्यान रखना है कि जिन खाता नंबर को वो इस्तेमाल करें, वो आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर पैसा आने में समस्या हो सकती है.''

यह भी पढ़ें:

धान MSP पर मोहन सरकार देगी सर्प्राइज, किसानों ने बताया कितना रेट, रजिस्ट्रेशन की फुल डिटेल

फसलों के MSP आंदोलन में अब कक्का जी की हुंकार, ऐसी है सत्याग्रह की रूपरेखा

यहां फ्री में करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

जिले की 38 सेवा सहकारी समितियों पर सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है, जो निःशुल्क है. इसके लिए किसान भाईयों को जनपद पंचायत के सेवा केन्द्र, ग्राम पंचायत सेवा केंद्र, तहसील सेवा केन्द्र, एमपी किसान पोर्टल पर जाकर पंजीयन करा लेना चाहिए. किसान भाई खुद मोबाइल के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. ऐसा करने पर आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा. इसके अलावा अगर किसान भाई एमपी ऑनलाइन केन्द्र, लोक सेवा केन्द्र या किसी प्राइवेट वेंडर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो वहां 50 रुपये या उससे अधिक का आवेदन शुल्क देना पड़ सकता है.

शहडोल: खरीफ का सीजन अपने समाप्ति की ओर है. खरीफ की फसलें अब तैयार होने की कगार पर हैं. कई फसलें तो तैयार भी हो चुकी है. इस सीजन में धान की खेती प्रमुखता से की जाती है. प्रदेश के कई हिस्सों में सोयाबीन की खेती भी प्रमुखता से की जाती है. प्रशासन ने भी फसलों की खरीद के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. फसलों के पंजीयन का काम शुरू हो गया है. ऐसे में जो भी किसान अपनी फसल को एमएसपी पर बेचना चाहते हैं, वो जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करा लें, क्योंकि फसल के रजिस्ट्रेशन के बाद ही किसान अपनी फसल को एमएसपी पर सरकार को बेच सकेंगे.

क्या है रजिस्ट्रेशन की तारीख

कृषि विभाग के उप संचालक आरपी झारिया ने बताया कि, ''जो भी किसान अपने खरीफ सीजन की फसल का पंजीयन करना चाहते हैं, जल्दी करा लें, क्योंकि 19 सितंबर से पंजीयन का काम शुरू हो चुका है, जो 04 अक्टूबर तक चलेगा. किसान भाइयों को अगर सरकार को एमएसपी पर फसल बेचनी है तो, पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. शहडोल जिले में धान और सोयाबीन की फसल का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. जिले की 38 सेवा सहकारी समितियों में रजिस्ट्रेशन का काम किया जा रहा है.''

कृषि विभाग के उप संचालक आरपी झारिया ने दी जानकारी (ETV Bharat)

रजिस्ट्रेशन कराने में लगेंगे ये डॉक्यूमेंट

आरपी झारिया ने बताया, ''जिन किसान भाइयों की जमीन का ई केवाईसी नहीं हुआ है वो समग्र आईडी से ई केवाईसी करा लें, वहीं जिनकी केवाईसी हो गई है उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि ई केवाईसी के बाद रजिस्ट्रेशन कराने के लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ेगी. उनको केवल निर्धारित फॉर्मेट में रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना होगा. किसानों को रजिस्ट्रेशन के समय ध्यान रखना है कि जिन खाता नंबर को वो इस्तेमाल करें, वो आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर पैसा आने में समस्या हो सकती है.''

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यहां फ्री में करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

जिले की 38 सेवा सहकारी समितियों पर सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है, जो निःशुल्क है. इसके लिए किसान भाईयों को जनपद पंचायत के सेवा केन्द्र, ग्राम पंचायत सेवा केंद्र, तहसील सेवा केन्द्र, एमपी किसान पोर्टल पर जाकर पंजीयन करा लेना चाहिए. किसान भाई खुद मोबाइल के माध्यम से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. ऐसा करने पर आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा. इसके अलावा अगर किसान भाई एमपी ऑनलाइन केन्द्र, लोक सेवा केन्द्र या किसी प्राइवेट वेंडर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो वहां 50 रुपये या उससे अधिक का आवेदन शुल्क देना पड़ सकता है.

Last Updated : Sep 28, 2024, 7:46 PM IST
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