जयपुर. प्रदेश की तीन सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर नामांकन पत्रों की शुक्रवार को समीक्षा की गई. वहीं, नामांकन जांच से पहले ही भाजपा ने कांग्रेस की राज्यसभा उम्मीदवार सोनिया गांधी के नामांकन पत्र पर राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी, जिसे सोनिया गांधी की ओर पूरा कर दिया गया. राजस्थान से तीन नामांकन भरे गए थे, जिनमें दो भाजपा और एक कांग्रेस उम्मीदवार है. तीनों नामांकन को रिटर्निंग अधिकारी ने सही पाया है. तीन सीटों पर तीन ही प्रत्याशी होने के चलते मतदान की स्थिति नहीं आएगी. 20 फरवरी को नामांकन वापसी का दिन रहेगा, उसके बाद उसी दिन राजस्थान की तस्वीर आधिकारिक तौर पर साफ हो जाएगी.
ये रखी मांग : सोनिया गांधी के एफिडेविट पर राज्यसभा प्रत्याशी चुन्नीलाल गरासिया के इलेक्शन एजेंट अधिवक्ता योगेंद्र सिंह तंवर ने आपत्ति दर्ज कराते हुए राज्यसभा के चुनाव अधिकारी को ईमेल से आपत्ति भेजी हैं. वहीं, स्क्रूटनी के समय व्यक्तिगत रूप से पेश होकर भी अपनी आपत्ति दर्ज कराई. योगेंद्र सिंह तंवर का आरोप है कि जो शपथ पत्र सोनिया गांधी ने नामांकन के समय दाखिल किया था, उसमें उन्होंने इटली में अपनी पैतृक संपत्ति की विस्तृत जानकारी नहीं दी है.
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नियमों के तहत अगर आपकी संपत्ति कहीं भी है तो आपको उसकी नाप, अनुमानित बाजार मूल्य सहित अन्य जानकारियां देनी होती है. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने इटली में अपनी पैतृक संपत्ति होने की बात कही है, लेकिन एफिडेविट में जानकारियां छुपाई गई हैं. कुछ जानकारी नहीं दी गई है. तंवर ने मांग रखी है कि अगर सोनिया गांधी नियमों के तहत प्रॉपर्टी की सभी जानकारी नहीं देती है तो उनका नामांकन पत्र खारिज किया जाए. तोमर ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने बाद में गई जानकारी को फॉर्म में शामिल करते हुए सही करा दे दिया.
दिल्ली से आई थी पर्ची : भाजपा से राज्यसभा उम्मीदवार मदन राठौड़ ने कहा कि सभी उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की समीक्षा हुई है. तीनों उम्मीदवारों के फार्म से सही पाए गए हैं. अब नियम प्रक्रिया के तहत आगे कार्रवाई होगी. आधिकारिक रूप से नाम वापसी के बाद ही जीत की घोषणा होगी. सोनिया गांधी के नामांकन व एफिडेविट में दी गई जानकारी पर दर्ज भाजपा की आपत्ति पर राठौड़ ने कहा कि फॉर्म में जो संपत्ति दर्शायी गई है, उसमें पूरा विवरण नहीं दिया गया था. उसको लेकर आपत्ति थी और इसकी शिकायत निर्वाचन अधिकारी से की गई थी, लेकिन फॉर्म भरते वक्त एक प्रावधान हमेशा रहता है कि जब भी कोई कमी होती है तो उसे संवीक्षा के दौरान पूरी की जा सकती है. उसी के तहत जो आपत्ति थी, उस कमी को सोनिया गांधी की ओर से पूरा कर दिया गया. उसके बाद चुनाव अधिकार ने फॉर्म को सही पाया.
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भाजपा नेताओं को आया था ऊपर से आदेश : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा तीनों उम्मीदवारों के फार्म सही पाए गए. सोनिया गांधी के पैतृक संपत्ति के विवरण को लेकर कुछ आपत्ति थी, वो हमने पूरी कर दी है. डोटासरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को न्यूज बनाने की आदत है. दिल्ली से उनके पास पर्ची आई और उन्होंने झूठी आपत्ति जाता दी, जबकि इससे पहले भी सोनिया गांधी सांसद रही हैं. यह जानकारी हमेशा दी जाती रही है, लेकिन भाजपा के नेता क्या करे, उन्हें ऊपर से आदेश था.