गाजीपुर : मुख्तार अंसारी अक्सर लोगों के बीच मूंछों को ताव देता नजर आता था. हार्ट अटैक से उसकी मौत के बाद जब शव गाजीपुर स्थित उसके आवास पर लाया गया तो अंतिम बार देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के पुश्तैनी कब्रिस्तान काली बाग में मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे खाक किया गया. इसी दौरान उसका बेटा उमर अंसारी मुख्तार अंसारी की मूंछों पर ताव देता नजर आया. इसकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
मुख्तार अक्सर देता था मूंछों पर ताव
मुख्तार अंसारी अक्सर लोगों के बीच मूछों पर ताव देता था. सार्वजनिक जगहों पर मूंछों पर हाथ लगाकर उसे ऐंठने का एक आदत सी थी. ऐंठी हुईं मूंछें मुख्तार अंसारी की पहचान बन गई थीं. गुरुवार रात बांदा जिला जेल में मुख्तार को हार्ट अटैक पड़ा और उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. शुक्रवार रात मुख्तार अंसारी का शव एंबुलेंस से गाजीपुर स्थित उसके घर लाया गया. जहां सभी रीति रिवाज पूरे करने के बाद सुपुर्दे खाक के लिए पुश्तैनी कब्रिस्थान ले जाया गया. यहां आखिरी बार उसके बेटे उमर ने मुख्तार की मूंछों पर ताव दिया. इसकी एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
बेटों को भी नुकीली मूंछों का शौक
मुख्तार अंसारी की तरह उसके दोनों बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी भी मूंछों के शौकीन हैं. बात-बात में दोनों बेटे कई बार सार्वजनिक रूप से मूंछों पर ताव देते नजर आए हैं. हालांकि हालांकि मुख्तार अंसारी के अंतिम यात्रा में बड़ा बेटा अब्बास अंसारी शामिल नहीं हो सका. अब्बास ने इसकी इजाजत के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था लेकिन इजाजत नहीं मिला. वहीं मुख्तार का छोटा बेटा बांदा से लेकर गाजीपुर तक साथ रहा. आखिरी वक्त में मुख्तार की मूंछों पर ताव देते हुए कब्र में दफना दिया.