सोलन: 23 दिनों तक NPA बहाल करने समेत अन्य मांगों को लेकर पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे डॉक्टर राज्य सरकार के आश्वासन के बाद वीरवार से काम पर लौट आए हैं. क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में आज सभी डॉक्टरों ने ओपीडी में अपनी सेवाएं दी. डॉक्टरों का कहना है कि सरकार ने उनकी सभी मांगो को मान लिया है, जिसके बाद अब वे अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर चुके हैं.
हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन सोलन इकाई के प्रधान डॉ कमल अटवाल ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा डॉक्टर्स अपनी मांगों को वे लगातार स्ट्राइक कर रहे थे, लेकिन सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रहे थी. बीते दिन स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल के साथ उनकी बैठक हुई. जिसमें डॉक्टरों की जो भी मांगे हैं, उनपर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई है. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने डॉक्टरों की मांग पूरी करने का भरोसा दिया. जिसके बाद डॉक्टरों काम पर लौट आए हैं.
डॉ कमल अटवाल ने कहा उन्हें प्रदेश सरकार से उम्मीद है. सुक्खू सरकार उनकी मांगों को जल्द पूरा करेगी और इसी आश्वासन के बाद वे फिर से काम पर लौट आए हैं. सुबह 9:30 बजे से ही क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और तीन महीने तक इसी तरह से सेवाएं लगातार जारी रहने वाली है. उन्होंने कहा कि अगर तीन महीनों के बाद भी सरकार मांगो को लेकर कुछ नहीं कर पाती है तो आने वाले समय मे फिर से स्ट्राइक पर जाने का विचार डॉक्टर कर सकते हैं.
बता दें कि डॉक्टरों की मांगों में एनपीए को बहाल करना प्रमुख मांग है. साथ ही 4-9-14 की बहाली, एड्स कंट्रोल सोसायटी में परियोजना निदेशक का कार्यभार वापस स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाए, इसी के साथ पात्रता एवं वरिष्ठता के आधार पर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, जेडी, डीडी, सीएमओ, एसएमएस, बीएमओ को वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति दी जाए और किसी को भी सेवानिवृत होने के बाद एक्सटेंशन न दी जाए.
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