भरतपुर. सब इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले में एसआईटी और एसओजी ने आरोपियों पर सख्ती से नकेल कसना शुरू कर दिया है. मंगलवार को एसओजी टीम पेपर लीक के मास्टरमाइंड हर्षवर्धन को लेकर भरतपुर पहुंची. यहां सारस चौराहा क्षेत्र में आरोपी हर्षवर्धन से पूछताछ कर मौका नक्शा बनवाया. वहीं, एसओजी ने भरतपुर एसपी ऑफिस में कार्यरत एक उप निरीक्षक को भी हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि यह उपनिरीक्षक 2014 बैच का है.
एसओजी के डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने बताया कि पेपर लीक के मुख्य आरोपी हर्षवर्धन को भरतपुर लेकर आए. यहां पर आरोपी ने कई अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाए थे. आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि कितने परीक्षा केंद्र पर पेपर पढ़वाए गए, नकल कराई गई. साथ ही अभ्यर्थियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है.
तैयार किया मौका नक्शा : डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने बताया कि आरोपी से सारस चौराहा क्षेत्र में पूछताछ के आधार पर मौका नक्शा भी तैयार करवाया गया है. यह चौराहा भरतपुर शहर का मुख्य चौराहा है. यहां धौलपुर, जयपुर की तरफ से आने वाली बसें रुकती हैं. आरोपी ने इसी चौराहे से अभ्यर्थियों को अलग अलग केंद्रों पर भेजा और पेपर पढ़वाए.
एक एसआई हिरासत में : भरतपुर एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि एसओजी की टीम ने उप निरीक्षक जगदीश सिंह को हिरासत में लिया है. एसआई जगदीश भरतपुर एसपी ऑफिस में कार्यरत है. पेपर लीक मामले में अब एसओजी हिरासत में लिए एसआई जगदीश से पूछताछ करेगी. एसआई जगदीश वर्ष 2014 के बैच का है. बता दें कि एसओजी की टीम ने 29 फरवरी को मुख्य आरोपी हर्षवर्धन की ससुराल मिलकपुर गांव में भी सर्च ऑपरेशन चलाया था. यहां आरोपी के साले मनोज मीणा से भी पूछताछ की थी और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए थे.