जयपुर. सरकारी नौकरियों में खेल के मामले में एसओजी लगातार आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा रही है. अब फर्जी डिग्री बनवाने में सहयोग करने के मामले में एक और आरोपी को एसओजी ने दबोचा है. वह राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित अध्यापक (लेवल-1) भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा देते भी पकड़ा गया था. एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि फर्जी डिग्री बनवाने के मामले में सहयोग करने वाला महेंद्र सिंह विश्नोई जांच एजेंसी के हत्थे चढ़ा है. वह जालोर जिले के भीनमाल का रहने वाला है. उससे एसओजी पूछताछ और मामले में अग्रिम अनुसंधान कर रही है.
मेवाड़ यूनिवर्सिटी से बनवाई थी फर्जी डिग्री : वीके सिंह ने बताया कि अजमेर के सिविल लाइंस थाने में कमला कुमारी और ब्रह्मा कुमारी के खिलाफ फर्जी डिग्री से नौकरी पाने का मुकदमा दर्ज हुआ था. कमला कुमारी के भाई दलपत सिंह ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मेवाड़ यूनिवर्सिटी से एमए की फर्जी डिग्री बनवाई थी. कमला कुमारी, ब्रह्मा कुमारी और दलपत को इस मामले में पहले गिरफ्तार किया जा चुका है. अब इसी मामले में सहयोग करने के आरोप में महेंद्र सिंह विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है.
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डमी अभ्यर्थी मामले में पेश हो चुका चालान : एडीजी वीके सिंह ने बताया कि फर्जी डिग्री बनवाने में सहयोग का आरोपी महेंद्र सिंह विश्नोई पहले कर्मचारी चयन बोर्ड की अध्यापक (लेवल-1) सीधी भर्ती परीक्षा-2022 में दलपत सिंह के भाई ओमप्रकाश की जगह डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा देता पकड़ा गया था. इस पर झोटवाड़ा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ चालान पेश कर दिया है.