दौसा. जिले के सिकराय उपखंड में पिछले 2 सालों से एक 13 वर्षीय मासूम ब्रेन से जुड़ी गंभीर बीमारी से पीड़ित है, जिसके चलते मासूम ना तो खुद बैठने में सक्षम है, और ना ही बोलने में सक्षम है. वहीं खुद के सहारे वह चल फिर भी नहीं सकता. इतना ही नहीं मासूम गंभीर बीमारी के चलते खुद के हाथों से कुछ खा भी नहीं सकता है, लेकिन समाजसेवियों ने पीड़ित परिवार की मदद को हाथ आगे बढ़ाए, और मासूम के पिता पिंटू मीना को बेटे के इलाज के लिए 9 लाख 63 हजार रुपए की राशि सौंपी.
मामला, जिले के सिकराय उपखंड के गांव खैरपुर का है. पीड़ित बच्चे का पिता जिले के मेहंदीपुर बालाजी में महज 10 हजार रुपए की नौकरी करता है, लेकिन बेटे के इलाज के लिए दिल्ली एम्स के डॉक्टरों ने विदेश से वीएनएस मशीन मंगवाने के लिए कहा, जिसकी कीमत 11 लाख 55 हजार रुपए थे. जिसे सुनकर पिता मायूस हो गया और सर्व समाज के भामाशाहों से आस लगाने लगा. राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रियों से भी मदद की गुहार लगाई. वहीं स्थानीय नेताओं से भी मदद मांगी. लेकिन बीमारी से पीड़ित मासूम के पिता को हर जगह मायूसी हाथ लगी.
ईटीवी भारत ने उठाया मुद्दा : इस दौरान ईटीवी भारत 28 अप्रैल को पीड़ित परिवार के पास पहुंचा और ब्रेन से जुड़ी गंभीर बीमारी से पीड़ित मासूम दीपक से बात की. वहीं पिता पिंटू मीना से इस संबंध में बात की. ऐसे में बेटे की बीमारी के बारे में बताते हुए पिंटू मीना मायूस हो गए, और कहने लगे बेटा और बच्चों की तरह खेलना चाहता है. लेकिन चलने-फिरने में असहाय है. अगर उसका समय इलाज हो जाए तो वह फिर पहले की तरह खुद खा सकता है, खेल सकता है. इस दौरान मासूम के पिता ने बेटे की बीमारी से जुड़े कागज भी दिखाए. इस दौरान 28 अप्रैल को ईटीवी भारत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया, और 'दौसा का मासूम गंभीर बीमारी से पीड़ित, ठीक होने के लिए चाहिए 19 लाख... पिता ने लगाई मदद की गुहार' शीर्षक से खबर प्रकाशित की, जो आप नीचे लिंक को ओपन कर देख सकते हैं.
खबर प्रकाशित होने पर सामाजिक संस्थान ने बढ़ाए मदद के हाथ : इस दौरान ईटीवी भारत पर खबर प्रकाशित होने के बाद मिश्रीदेवी लल्लूराम मीना सेवा संस्थान आगे आया, और पीड़ित मासूम के इलाज के लिए एक लाख रुपए से अधिक राशि इलाज के लिए पिता पिंटू मीना के खाते में ट्रांसफर की. साथ ही 30 अप्रैल को सोशल मीडिया पर 'मिशन दीपक' नाम से एक ग्रुप बनाया. जिसमें कई लोगों को जोड़ा गया. इसी बीच मिश्रीदेवी लल्लूराम मीना सेवा संस्थान गनीपुर के सदस्य धर्म सिंह मीना की पत्नी का जन्मदिवस आया. इस मौके पर धर्म सिंह की पत्नी ने भी मासूम के इलाज के लिए जन्म दिवस के अवसर पर 11 हजार रुपए का सहयोग किया.
सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने भी दी मदद : इसके बाद सोशल मीडिया पर बनाए ग्रुप में जुड़े लोगों ने भी ब्रेन से जुड़ी बीमारी से पीड़ित मासूम के इलाज के लिए मदद करना शुरू किया. इस दौरान मासूम को वीएनएस मशीन के लिए 11 लाख 55 हजार रुपए चाहिए थे. लेकिन कुछ माह पहले ही प्रधानमंत्री राहत कोष से पीड़ित को 50 हजार और मुख्यमंत्री राहत कोष से एक लाख 50 हजार रुपए मिल गए थे. जिसके चलते अब पीड़ित को वीएनएस मशीन के लिए 9 लाख 55 हजार रुपए चाहिए थे. लेकिन ग्रुप चलाने के एक माह में पीड़ित परिवार के पास 9 लाख 63 हजार रुपए की राशि एकत्रित हो गई.
1 हजार से अधिक लोगों ने की मदद : मिश्रीदेवी लल्लूराम मीना सेवा संस्थान के सदस्य धर्म सिंह मीना ने बताया कि ग्रुप के माध्यम से 1 हजार 27 लोगों ने बीमारी से पीड़ित मासूम की मदद की है. इस दौरान 9 लाख 63 हजार रुपए की राशि गंभीर बीमारी से पीड़ित मासूम दीपक के पिता पिंटू मीना को सौंपी है. ऐसे में बेटे के इलाज के लिए इतनी बड़ी रकम का इंतजाम होने के बाद पिंटू की आंखों से आंसू छलक पड़े. इस दौरान पिंटू मीना ने ईटीवी भारत सहित मिश्रीदेवी लल्लूराम मीना सेवा संस्थान के सदस्य धर्म सिंह और सभी समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया.