चमोली: उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सुबह से ही बर्फबारी हो रही है. पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते पहाड़ों में अच्छी खासी बर्फबारी देखने को मिल रही है. सोमवार सुबह से शुरू हुई बर्फबारी ने लम्बे समय से गढ़वाल हिमालय के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पड़े सूखे को बर्फबारी के साथ समाप्त कर दिया है. चमोली जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्रों बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, वैली ऑफ फ्लावर्स, नीति माणा घाटी सहित गोरसों बुग्याल, ताली, उनील, खुलारा, कुंवारी पास, द्रोणागिरी वेली,और विंटर डेस्टिनेशन औली में इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है.
दशोली ब्लॉक के पाणा, ईराणी,झींझी सहित दर्जनों गांव बर्फबारी से प्रभावित हुए है. सीमांत छेत्र ज्योर्तिमठ के सभी दुर्गम गांवों में इस सीजन की पहली बर्फबारी होने की खबर है. वहीं दशोली प्रखंड के दूरस्थ ब्रिटिश कालीन पर्यटन गांव पाणा ईराणी क्षेत्र में भी जबरदस्त हिमपात हुआ है. जिसके चलते ईराणी गांव का जन जीवन प्रभावित हुआ है, मगर फिर भी ग्रामीण बर्फबारी से खुश हैं. ग्रामीणों की मानें तो बर्फबारी पर्यटन कारोबार के लिए फायदा देगी. काश्तकारों के लिए संजीवनी साबित होगी.
बर्फबारी के बाद औली गोरसों की हसी बर्फीली वादियों का दीदार करने के लिए पर्यटकों की आमद भी बढ़ने लगी है. बर्फबारी होने से आगामी जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में औली की मेजबानी में होने वाले राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों के आयोजन की तैयारियों के लिए भी ये सुखद खबर मानी जा रही है. बर्फबारी से पर्यटन स्थली औली ओर गोरसों बुग्याल में 6से 8इंच तक की बर्फबारी रिकॉर्ड हुई है.
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