जयपुर : प्रदेश में मौसमी बीमारियों का कहर लगातार जारी है. इस बीच सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से अटैच अस्पतालों में कार्य कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स के मंगलवार को हड़ताल पर जाने के बाद सरकार की परेशानी और भी बढ़ गई है. रेजिडेंट चिकित्सकों ने सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप लगाए हैं.
जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रेसिडेंट डॉक्टर मनोहर सियोल का कहना है कि कोलकाता में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के विरोध में हड़ताल की गई थी. इस दौरान सरकार से मांग की गई थी कि राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा व अस्पताल में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. इसके बाद सरकार ने आश्वासन दिया था कि रेजिडेंट चिकित्सकों की मांगों को एक माह में पूरा किया जाएगा. रेजिडेंट चिकित्सकों का आरोप है कि अभी तक सरकार ने मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. ऐसे में एसएमएस मेडिकल कॉलेज की जीबीएम में रेजिडेंट डॉक्टर कड़ा निर्णय लेने को बाध्य हुए हैं.
कार्य बहिष्कार : सरकार की ओर से मांगे पूरी नहीं होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से अटैच अस्पतालों में कार्यरत रेजिडेंट चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर गए हैं. हालांकि, इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को हड़ताल से बाहर रखा गया है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि फिर भी कोई ठोस कदम सरकार नहीं उठाती है तो संपूर्ण कार्य बहिष्कार रेजिडेंट चिकित्सकों की ओर से किया जाएगा.