कोरिया : कोरिया जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेज हो गया है. प्रदेश के अन्य जिलों की तरह अब यहां भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कदम उपभोक्ताओं से बकाया राशि की समस्या से निपटने के लिए उठाया गया है. स्मार्ट मीटर से विभाग को बकाया वसूली की प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद मिलेगी.
क्या है स्मार्ट मीटर की खासियत ?: पुराने मीटर के मुकाबले स्मार्ट मीटर की खासियत ये है कि उपभोक्ता को बिजली उपयोग करने से पहले ऑनलाइन रिचार्ज करना होगा. यानी अब पहले बिजली का इस्तेमाल करके बिल भरने की जगह, पहले रिचार्ज करने की व्यवस्था लागू की जा रही है. इससे उपभोक्ताओं को अपने खर्च को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. साथ ही विभाग को भी बेहतर प्रबंधन का लाभ मिलेगा. कोरिया जिले में करीब 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं. जिनमें से अब तक 800 मीटर लगाए जा चुके हैं. इस योजना का उद्देश्य समय पर बिलिंग और ऊर्जा खपत को बेहतर ढंग से मॉनिटर करना है.
"हमारे यहां कुल 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है, जिसमें से 800 मीटर अब तक लगाए जा चुके हैं। पुराने मीटरों में हमें मैन्युअल तरीके से रेडिंग लेनी पड़ती थी, लेकिन अब स्मार्ट मीटर के साथ यह प्रक्रिया स्वचालित हो जाएगी"- केशव चंद्रा, जूनियर इंजीनियर बिजली विभाग
पैसा खत्म होने के बाद तुरंत नहीं कटेगी बिजली : स्मार्ट मीटर में यदि उपभोक्ता का रिचार्ज खत्म हो जाता है, तो बिजली तुरंत नहीं कटेगी. बल्कि उपभोक्ता को तय सीमा में ही बिजली खर्च करनी होगी. निर्धारित सीमा पार करने पर, रिचार्ज न कराने की स्थिति में, बिजली अपने आप डिस्कनेक्ट होगी. इस कदम से ना केवल उपभोक्ताओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि विभाग को भी राजस्व की वसूली में सहूलियत होगी.