जयपुर. प्रदेश में शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद मौसम में आई तब्दीली से कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिली. दौसा, सवाई माधोपुर, बूंदी, टोंक, जैसलमेर, श्रीगंगानगर, झालावाड़ और दूदू सहित कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश का दौर देखने को मिला . वही अलग-अलग इलाक़ों में आकाशीय बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई.
सवाई माधोपुर में तीन ने तोड़ा दम : सवाई माधोपुर की बरवाड़ा तहसील के बगीना गांव में फसल कटाई के लिए गए पति-पत्नी की बिजली गिरने से मौत हो गई. मृतक राजेंद्र मीणा और उसकी पत्नी जलेबी मीणा हैं. दोनों पति पत्नी बारिश से बचने के लिए एक झाड़ी के नीचे बैठ गए थे. उनके साथ ही 8 से 10 बकरियां भी झाड़ी के नीचे मौजूद थी. इसी दौरान अचानक तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी और दोनों पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, जिले की बौंली तहसील के नानतोड़ी गांव में बिजली गिरने से एक चरवाहे की मौत हो गई. साथ ही जंगल में चरने गई 30 भेड़ों की भी मौत हो गई है.
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दौसा में दो लोगों की मौत : दौसा में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक स्कूली छात्रा शामिल हैं. यहां लालसोट में दो अलग-अलग जगह आकाशीय बिजली गिरी, जिससे एक स्कूली छात्रा और एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई. मृतका की पहचान लालसोट के दौलतपुरा गांव की सत्रह साल की छात्रा चाइना मीना के रूप में हुई है.उधर टोंक के पीपलू कस्बे में पंचायत समिति पर बिजली गिरने से चार कर्मचारी बेहोश हो गए और बिजली मीटर के तार टूट गए. कार्यालय की दीवारों से प्लास्टर उखड़ा हुआ नजर आया.
जयपुर में भी सामने आए हादसे : जयपुर जिले की चाकसू तहसील के देवगांव में दो महिलाएं आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई. दरअसल बीना पत्नी गणेश जाट और विमला पत्नी सीताराम जाट खेत में सरसों की फसल काट रही थी. इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरी, जिससे दोनों गंभीर रूप से झुलस गई. परिजन उन्हें उप जिला अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बीना को मृत घोषित कर दिया, वहीं विमला को जयपुर रेफर कर दिया.जयपुर के सांगानेर में तेज धमाके की आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी. CTS बस स्टैंड के आसपास आकाशीय बिजली गिरने की खबर और धमाके की आवाज सुनकर लोगों में घबराहट देखने को मिली. बिजली गिरने से एसीपी ऑफिस सहित आसपास की बिल्डिंगों में नुकसान की भी सूचना है.
5-5 लाख की आर्थिक सहायता : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से मरने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने घायलों को नियमानुसार समुचित सहायता एवं इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता आपदा प्रबंधन एवं राहत विभाग की ओर से जिला कलक्टरों के माध्यम से तथा 1-1 लाख रुपए की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि, ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र गिरदावरी करवाकर फसलों के खराबे का आकलन कराने के भी निर्देश दिए हैं.