ETV Bharat / state

सिवान में हेना शहाब बनी बड़ी चुनौती, एक्सपर्ट कह रहे JDU की विजयलक्ष्मी का पलड़ा भारी - Siwan Lok Sabha Seat

VIJAY LAXMI VS HEENA SAHAB: सिवान लोकसभा सीट पर किसकी जीत होगी यह तो कुछ घंटे में पता चल जाएगा. हालांकि अब यहां हेना शहाब और जेडीयू की विजयलक्ष्मी के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा है. आगे पढ़ें किसका पलड़ा है भारी.

सिवान लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला
सिवान लोकसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 3, 2024, 4:00 PM IST

Updated : Jun 3, 2024, 4:45 PM IST

वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी (Etv Bharat)

सिवान : बिहार में लोकसभा चुनाव के छठे फेज के तहत बिहार की जिन 8 सीटों पर मतदान हुआ उनमें सिवान लोकसभा सीट बेहद खास है. इस सीट से पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. उनके सामने जेडीयू से विजयलक्ष्मी कुशवाहा और आरजेडी से अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं.

हेना की दावेदारी से सब परेशान : सिवान लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद ही दिलचस्प है. 2024 में यहां से दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. हेना ने चुनाव मैदान में आकर सिवान से NDA और महागठबंधन दोनों का समीकरण बिगाड़ दिया है. राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया. वहीं जदयू ने अपने सिटिंग सांसद कविता सिंह का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है.

क्या कहता है एग्जिट पोल? : तमाम एग्जिट पोल में सिवान में त्रिकोणात्मक संघर्ष होता दिखाया गया है. इस सीट पर मुख्य मुकाबला जदयू की विजयलक्ष्मी कुशवाहा का निर्दलीय हेना शहाब से होता दिख रहा है. वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का कहना है कि सिवान लोकसभा क्षेत्र की लड़ाई बहुत ही दिलचस्प है. लालू प्रसाद यादव हेना सहाब को चुनाव लड़ने के लिए नहीं मना पाए. यही कारण है कि अवध बिहारी चौधरी को राजद ने अपना प्रत्याशी बनाया. सिवान में राजद का जो परंपरागत वोट बैंक है उसमें भी टूट होता हुआ दिख रहा है. जिस कारण लड़ाई में जदयू की विजयलक्ष्मी और निर्दलीय हेना सहाब के बीच में होता दिख रहा है.

''शहाबुद्दीन के बारे में सभी को पता है कि वह नक्सलियों के खिलाफ सवर्ण की लड़ाई लड़ते थे. जिसका राजनीतिक फायदा भी उनको मिलता था. यही कारण है कि हेना साहब को कुछ सवर्ण वर्ग का भी वोट मिला है. दूसरी तरफ जेडीयू ने अपना प्रत्याशी बदला. जेडीयू प्रत्याशी का बैकग्राउंड माले का रहा है. यही कारण है कि शुरू में उनके प्रति सवर्ण में नाराजगी है. लेकिन बाद में धीरे-धीरे मोदी के कारण उनके प्रति वोटरों का झुकाव होता गया. 2024 लोकसभा चुनाव में पलड़ा जदयू प्रत्याशी का भारी है.''- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार

सिवान में वोटिंग में कमी : सिवान में वोटिंग को लेकर मतदाताओं में ज्यादा उत्साह नहीं देखा गया. 2024 लोकसभा चुनाव में यहां कुल 52.50 प्रतिशत मतदान हुआ. 2019 लोकसभा चुनाव में 54.73% मतदान हुआ था. 2019 की तुलना में 2024 में 2.23% कम मतदान हुआ है. यहां कुल 18 लाख 96 हजार 512 मतदाता थे.

सिवान में 5 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा : सिवान लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं. सिवान, जीरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा और बड़हरिया. इन 6 विधानसभा सीटों में से 5 पर महागठबंधन का कब्जा है. एकमात्र सीट दरौंदा पर बीजेपी का कब्जा है.

ये भी पढ़ें :-

सिवान में कुल 52.50 प्रतिशत मतदान, सवाल- वोटिंग कम होना किसके लिए है शुभ संकेत और किसके लिए खतरा? - Voting In Siwan

सिवान और शिवहर की जंग में साहब बीवी और गैंगस्टर, जानें कौन किस पर भारी? - lok sabha election 2024

वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी (Etv Bharat)

सिवान : बिहार में लोकसभा चुनाव के छठे फेज के तहत बिहार की जिन 8 सीटों पर मतदान हुआ उनमें सिवान लोकसभा सीट बेहद खास है. इस सीट से पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. उनके सामने जेडीयू से विजयलक्ष्मी कुशवाहा और आरजेडी से अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं.

हेना की दावेदारी से सब परेशान : सिवान लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद ही दिलचस्प है. 2024 में यहां से दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. हेना ने चुनाव मैदान में आकर सिवान से NDA और महागठबंधन दोनों का समीकरण बिगाड़ दिया है. राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया. वहीं जदयू ने अपने सिटिंग सांसद कविता सिंह का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है.

क्या कहता है एग्जिट पोल? : तमाम एग्जिट पोल में सिवान में त्रिकोणात्मक संघर्ष होता दिखाया गया है. इस सीट पर मुख्य मुकाबला जदयू की विजयलक्ष्मी कुशवाहा का निर्दलीय हेना शहाब से होता दिख रहा है. वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का कहना है कि सिवान लोकसभा क्षेत्र की लड़ाई बहुत ही दिलचस्प है. लालू प्रसाद यादव हेना सहाब को चुनाव लड़ने के लिए नहीं मना पाए. यही कारण है कि अवध बिहारी चौधरी को राजद ने अपना प्रत्याशी बनाया. सिवान में राजद का जो परंपरागत वोट बैंक है उसमें भी टूट होता हुआ दिख रहा है. जिस कारण लड़ाई में जदयू की विजयलक्ष्मी और निर्दलीय हेना सहाब के बीच में होता दिख रहा है.

''शहाबुद्दीन के बारे में सभी को पता है कि वह नक्सलियों के खिलाफ सवर्ण की लड़ाई लड़ते थे. जिसका राजनीतिक फायदा भी उनको मिलता था. यही कारण है कि हेना साहब को कुछ सवर्ण वर्ग का भी वोट मिला है. दूसरी तरफ जेडीयू ने अपना प्रत्याशी बदला. जेडीयू प्रत्याशी का बैकग्राउंड माले का रहा है. यही कारण है कि शुरू में उनके प्रति सवर्ण में नाराजगी है. लेकिन बाद में धीरे-धीरे मोदी के कारण उनके प्रति वोटरों का झुकाव होता गया. 2024 लोकसभा चुनाव में पलड़ा जदयू प्रत्याशी का भारी है.''- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार

सिवान में वोटिंग में कमी : सिवान में वोटिंग को लेकर मतदाताओं में ज्यादा उत्साह नहीं देखा गया. 2024 लोकसभा चुनाव में यहां कुल 52.50 प्रतिशत मतदान हुआ. 2019 लोकसभा चुनाव में 54.73% मतदान हुआ था. 2019 की तुलना में 2024 में 2.23% कम मतदान हुआ है. यहां कुल 18 लाख 96 हजार 512 मतदाता थे.

सिवान में 5 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा : सिवान लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं. सिवान, जीरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा और बड़हरिया. इन 6 विधानसभा सीटों में से 5 पर महागठबंधन का कब्जा है. एकमात्र सीट दरौंदा पर बीजेपी का कब्जा है.

ये भी पढ़ें :-

सिवान में कुल 52.50 प्रतिशत मतदान, सवाल- वोटिंग कम होना किसके लिए है शुभ संकेत और किसके लिए खतरा? - Voting In Siwan

सिवान और शिवहर की जंग में साहब बीवी और गैंगस्टर, जानें कौन किस पर भारी? - lok sabha election 2024

Last Updated : Jun 3, 2024, 4:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.