सीतापुर : मिश्रिख तहसील क्षेत्र के परसौली गांव एक परिवार की रक्षाबंधन की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं. दरअसल एक मासूम करंट की चपेट में आ गई और उसे बचाने पहुंचीं भी करंट की जद में आ गई. इसके पहले आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते दोनों की हालत बिगड़ गई. घरवाले आननफानन दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां डाॅक्टरों ने दोनों के मृत घोषित कर दिया. रक्षाबंधन के दिन मां-बेटी की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
बताया गया कि सीतापुर की मिश्रिख तहसील क्षेत्र के ग्राम परसौली निवासी रामजीवन की पुत्री महक उर्फ शीतल (7) घर में मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा रही थी. तभी वह विद्युत करेंट की चपेट में आ गई. बच्ची की आवाज सुनकर उसे बचाने दौड़ी मां अनीता (35) ने खींचना चाहा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गई. करंट लगने से मां-बेटी गंभीर रूप से घायल हो गईं. परिजनों ने आननफानन दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मिश्रिख पहुंचाया. वहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. सूचना पाकर सीएचसी पहुंची कोतवाली पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. हादसे के बाद से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.
करंट से बचाव के लिए जरूरी बातें : करंट से बचने के उपाय मुख्य रूप से लोगों की उम्र पर निर्भर करते हैं. शिशुओं को बिजली के झटके लगने से बचाने के लिए स्विचबोर्ड के कवर का उपयोग करें. बच्चों को बिजली की तारों के साथ न खेलने दें. पुराने बिजली आउटलेट की अर्थिंग कराएं. बिजली के उपकरण लगाते समय खास ख्याल रखें. छोटे बच्चों को बिजली उपकरणों से दूर रखें.
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