सीतापुर : सकरन इलाके के सिरकिड़ा गांव के शिव्यांश को हत्यारों ने बेरहमी से मारा. पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि पहले बच्चे की खूब पिटाई की. इसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद हाथ-पैर बांधकर उसे नहर में फेंक दिया. आरोपियों के कबूलनामे से परिवार के अलावा गांव के लोग भी गुस्से में हैं. वे आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं.
गांव निवासी 11 साल का शिव्यांश मंगलवार की शाम को पड़ोस के एक मंदिर में गया था. वहां से वह लापता हो गया था. शिव्यांश के पिता के पहले ही मौत हो चुकी है. बच्चे के चाचा शुभम ही उसकी परवरिश कर रहे थे. शिव्यांश के घर न लौटने पर परिवार के लोग परेशान थे. चाचा की ओर से सकरन थाने में तहरीर दी गई थी.
शुमभ की ओर से गांव के रिंकू, बिजुआ इलाके के गुलरिया गांव के रहने वाले अभिषेक उर्फ राज, लहरपुर के उमरियाकला निवासी पुनीत शुक्ला और अंकुर त्रिवेदी समेत 5 लोगों पर शक जाहिर किया गया था. परिजनों ने आरोप लगाया है पुलिस ने अपहरण के बजाय गुमशुगदगी में रिपोर्ट दर्ज की. सही तरीके से शिव्यांश की तलाश भी नहीं की. नाराजगी जताने पर पुलिस ने बुधवार की रात चारों आरोपियों को उठाया.
पूछताछ में चारों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. बताया कि उन्होंने 15 लाख की फिरौती के लिए ही शिव्यांश का अपहरण किया था. इसके लिए चारों ने कार का इस्तेमाल किया था. उन्होंने योजना थी कि बच्चे को छोड़ने के लिए रुपये की मांग करेंगे. रुपये मिलने पर बच्चे को कहीं छोड़ देंगे, लेकिन अपहरण के दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें देख लिया था. उनका राज न खुले इसलिए उन्होंने मिलकर बच्चे की हत्या की योजना बना ली.
आरोपियों ने बताया कि पहले चलती कार में शिव्यांश को लात-घूंसों से जमकर पीटा गया. इस दौरान वह लगातार चीखता-चिल्लाता रहा. इसके बाद कार में उसका गला दबा दिया गया. इससे कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसके हाथ-पैर बांधे गए. इसके बाद सबूत मिटाने के लिए चलती कार से उसे करीब 50 किमी दूर लखीमपुर खीरी जिले के शारदा नहर में फेंक दिया गया.
निशानदेही पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को बरामद करा लिया. शरीर पर चोट के निशान थे. जिसने भी शव की हालत देखी, उसकी आंखें नम हो गईं. गमगीन माहौल में शिव्यांश का अंतिम संस्कार किया गया. घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. पांचवें आरोपी लहरपुर निवासी अनुज की तलाश की जा रही है. शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है.
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