सीतापुर : रामपुर मथुरा के पाल्हापुर गांव में 6 लोगों की हत्या कर दी गई थी. शुरुआत में यह बात निकल कर आई थी कि पारिवारिक विवाद में परिवार के मुखिया ने ही मां, पत्नी और तीन बच्चों का कत्ल कर दिया था. इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली थी. पुलिस भी यही मानकर चल रही थी, लेकिन जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पता चला कि छोटे भाई ने ही प्रॉपर्टी के लिए मां, भाई और उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी थी. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया है. पुलिस को शक है कि इस हत्याकांड को भाई ने भाड़े के बदमाशों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. यह वारदात पूर्व सीएम की पोती से भी जुड़ी है. लिहाजा एसटीएफ ने भी जांच शुरू कर दी है. जल्द ही इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हो सकता है.
रामपुर मथुरा इलाके के पाल्हापुर गांव के रहने वाले अनुराग, उनकी मां सावित्री (62), पत्नी प्रियंका (40) और बेटी अश्विनी (12), बेटा आद्विक (8) और छोटी बेटी अश्वी (10) की हत्या कर दी गई थी. शुरुआती जांच में पुलिस ने घटना के संबंध में बताया था कि अनुराग शराब का आदी था, इसे लेकर उसके परिवार में विवाद होता रहता था. शुक्रवार की शाम को प्रियंका परिवार समेत लखनऊ से गांव आई थी.
इसके बाद तड़के अनुराग ने अपनी मां को गोली मार दी. इसके बाद पत्नी प्रियंका को हथौड़ा मारकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद बच्चों को छत से फेंक कर उन्हें भी मार डाला. रिश्तेदार और पड़ोसियों ने पुलिस की थ्यौरी पर सवाल उठाए थे. बाद में शक के आधार पर पुलिस ने अनुराग के भाई अजीत को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया.
उसने प्रॉपर्टी के लिए मां, भाई और उसके परिवार की हत्या किए जाने की बात स्वीकार कर ली. पुलिस के अनुसार वारदात में 3 से 4 अन्य लोग शामिल थे. वे भाड़े के बदमाश हो सकते हैं. पुलिस ने लखनऊ में रहने वाले अजीत के दो चचेरे भाइयों को भी हिरासत में ले लिया है. आशंका है कि इन्हीं चचेरे भाइयों के सहारे ही 6 लोगों की हत्या की सुपारी दी गई थी. पुलिस अन्य बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा रही है.
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वारदात की रात असलहे से पांच गोलियां चलाए जाने की चर्चा है, लेकिन पुलिस को दो ही खोखे मिले हैं, शेष तीन खोखे कहां हैं, पुलिस इसकी जांच कर रही है. सूत्र बताते हैं कि अजीत ने ही अनुराग को दो गोलियां मारी थीं. इसके बाद उसकी पत्नी प्रियंका को एक गोली मारने के बाद हथौड़े से सिर कूच दिया था. मां सावित्री को भी गोली मारने के बाद बच्चों की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद उन्हें छत से फेंक दिया गया था.
पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग डीजीपी कर रहे हैं. चर्चा है कि वारदात की रात 3 बजे के करीब पड़ोस की एक महिला ने अनुराग की छत पर तीन से चार लोगों को देखा था. यह भी चर्चा है कि अनुराग की पत्नी प्रियंका पूर्व सीएम वीर बहादुर सिंह की पोती थी. ऐसे में यह घटना हाई प्रोफाइल हो गई है. सनसनीखेज वारदात के खुलासे के लिए एसटीएफ को भी लगा दिया गया है.
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हत्याकांड के पीछे की असल वजह यह बताया जा रहा है कि अनुराग के पिता विरेंद्र सिंह पर किसान क्रेडिट कार्ड का करीब 35 लाख रुपये का कर्ज था. वह इसे चुका नहीं पाए थे. इस बीच उनकी मौत हो गई. अजीत इस रकम को प्रॉपर्टी बेचकर चुकाना चाहता था. जबकि अनुराग और उसकी मां का मानना था कि खेती की कमाई से ही ये कर्ज उतारा जाएगा.
पुलिस के अनुसार अनुराग के परिवार में 100 बीघा जमीन है. इन पर खेती होती है. अनुराग ने एग्रीकल्चर से बीएससी कर रखी थी. खेती में वह आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करता था. खेती से हर साल करीब 50 लाख का टर्नओवर होता था. आवास के पास ही चार बीघे में परिवार का तालाब भी है. अनुराग ने लखनऊ में एक करोड़ की कीमत का फ्लैट भी ले रखा था.
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