सिंगरौली: भूत बंगला या हॉस्टल ये हम नहीं कह रहें हैं बल्कि सिंगरौली के आईटीआई कॉलेज के छात्रों की जुबानी है. ये वो छात्र हैं जो इस खंडहर में तब्दील हो चुके हॉस्टल में रहने को मजबूर हैं. लगभग 30 से ज्यादा छात्रों ने हाल ही में कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन दिया, जिसके बाद ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड रिपोर्ट करने पहुंचे. हॉस्टल की वास्तविक स्थिति सचमुच चौंकाने वाली थी. दूर से देखने पर यह किसी भुतहा बिल्डिंग से कम नजर नहीं आ रही थी.
खंडहर में तब्दील हो चुकी है बिल्डिंग
दरअसल, आईटीआई छात्रावास की ये बिल्डिंग पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुकी है. जगह-जगह से दीवारों में दरार आ चुकी, खिड़कियां गायब हैं और देखकर ऐसा प्रतीत होता है माने बिल्डिंग कभी भी गिर जाएगी. यहां पानी, साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा तक की कोई व्यवस्था नहीं है. रात के वक्त ये बिल्डिंग सचमुच भूत बंगले सी नजर आती है. बावजूद इसके यहां कई छात्र जान जोखिम डालकर रहने को मजबूर हैं.
इंसान तो दूर, जानवर भी यहां न रुकें
ईटीवी भारत से छात्रों ने कहा कि उन्हें हमेशा सोते वक्त ये डर लगा रहता है कि कहीं बिल्डिंग की छत उनपर न गिर जाए. दीवारों में जगह-जगह से पेड़ तक उग आए हैं, जिससे जीव जंतू भी आसानी से अंदर आ जाते हैं. शौचालय के नाम से तो छात्र कांप उठते हैं, जिसकी सफाई नहीं होने से दुर्गंध पूरे हॉस्टल में फैली रहती है. कुल मिलाकर यहां ऐसी स्थिति हैं कि इंसान तो दूर, जानवर भी एक पल न रुके. इसी सब से परेशान छात्रों ने कलेक्टर के सामने ये मुद्दा उठाया
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जब प्रिंसिपल एमएस चौहान से इस पूरे मामले में बात की गई तो उन्होंने कहा, '' सुरक्षा गार्ड की थोड़ी कमी है. इसके साथ-साथ कई बार हमने ऊपर आवेदन लिखा है लेकिन अब तक कुछ नहीं हो पाया है. बिल्डिंग पूरी तरह से खंडहर हो चुकी है.'' गौरतलब है कि कलेक्टर ने जनसुनवाई के दौरान आदेश दिया है कि हॉस्टल की सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं.''