कानपुर: शहर हल्की ठंड की दस्तक हो गई है. इसके चलते कानपुर के चिड़ियाघर यानी जू में झील के बीचो-बीच बने लैंड एरिया में हिमालयन रीजन व मध्य एशिया के देशों से आने वाले साइबेरियन पक्षियों ने अपना डेरा डाल दिया है. हर साल की तरह कानपुर के चिड़ियाघर की शोभा बढ़ाने के लिए सात समंदर पार से ओपन बिल स्टॉर्क, पेंटेड स्टॉर्क, कारमोरेंट, बार हेडेड गूज जैसे कई अन्य विदेशी पक्षी यहां के मेहमान बन चुके हैं.
चिड़ियाघर के प्रशासनिक अफसरों ने बताया कि सितंबर के अंत और अक्टूबर के पहले हफ्ते से ही यहां पर विदेशी पक्षी आ जाते हैं. इस साल भी ठीक वैसा ही हुआ और खूब अच्छी संख्या में पक्षी आ गए हैं. इन पक्षियों को देखने के लिए अब दर्शकों को जंगल सफारी से भी जाने का मौका मिलेगा. जहां पर बने वॉच टावर से इन खूबसूरत से दिखने वाले पक्षियों का दीदार किया जा सकेगा.
कानपुर जू में जंगल सफारी का मजा: गुरुवार से जू में जंगल सफारी का भी लो लुत्फ उठा सकेंगे. बुधवार शाम कानपुर जू में पहुंचे वन पर्यावरण जंतु उद्यान राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने जंगल सफारी का उद्घाटन किया था. चिड़ियाघर के निदेशक केके सिंह ने बताया कि 5 साल से लेकर 12 साल तक के बच्चों के लिए 50 रुपए का टिकट रहेगा. जबकि, 12 साल से ऊपर के लोगों के लिए 100 रुपए का टिकट होगा.
जंगल सफारी में लोगों को एक प्राकृतिक जंगल देखने को मिलेगा. जहां वह विभिन्न जंगली वन्यजीवों को देख सकेंगे. साथ में झील में मौजूद विदेशी पक्षियों व मगरमच्छों को भी बहुत करीब से देख पाएंगे. चिड़ियाघर के निदेशक केके सिंह ने बताया कि अब जंगल सफारी फरवरी से लेकर मार्च तक खुली रहेगी. इसी समय यहां पर विदेशी पक्षी भी मेहमान बनकर रहते हैं.
कानपुर जू में हैं 1000 से अधिक वन्य जीव: प्रशासनिक अफसर नावेद इकराम ने बताया कि कानपुर में मौजूदा समय में 97 प्रजातियों के 1000 से अधिक वन्य जीव मौजूद हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या तेंदुए और बाघ की है. शेर, भेड़िया, गैंडा, भालू समेत कई अन्य वन्य जीव भी हैं. बात अगर पक्षियों की करें तो यहां पर बने वॉक इन एवियरी बाड़े में सारस समेत कई अन्य सुंदर पक्षी भी हैं, जिन्हें देखने के लिए हर साल चिड़ियाघर में लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.
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