जयपुर : राजस्थान पुलिस में उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती के पेपर लीक मामले में एसओजी ने राजस्थान लोकसेवा आयोग के सदस्य रहे रामूराम राईका को रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है. उसने सदस्य रहते अपने बेटे और बेटी को परीक्षा से पहले पेपर दिया. उसकी बेटी शोभा की पांचवीं और बेटे देवेश की 40वीं रैंक है, लेकिन ताज्जुब की बात है कि पांचवीं रैंक हासिल करने वाली शोभा और 40वीं रैंक हासिल करने वाले देवेश का एसओजी ने टेस्ट लिया तो राज्यपाल का नाम तक नहीं बता पाए. उन्हें संज्ञा-सर्वनाम की भी जानकारी नहीं है. एसओजी ने शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे पांच एसआई को हिरासत में लिया था. उन्हें रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद देर रात को एसओजी ने रामूराम राईका को भी गिरफ्तार कर लिया. अब एसओजी पता लगाने में जुटी है कि एसआई भर्ती का पर्चा भी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तरह आरपीएससी से ही तो लीक नहीं हुआ.
RPSC का दूसरा मेंबर जो पेपर लीक में गिरफ्तार : रामूराम राईका 2018 से 2022 तक आरपीएससी का सदस्य रहा है. एसओजी की पड़ताल में सामने आया कि उसने मेंबर रहते अपने बेटे देवेश और बेटी शोभा को एसआई भर्ती का पर्चा दिया. यह दूसरा मामला है जब आरपीएससी के पूर्व मेंबर को पेपर लीक मामले में एसओजी ने गिरफ्तार किया है. इससे पहले एसओजी ने आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा को शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था. उसे मेंबर रहते पकड़ा गया था. बाद में उसे पद से हटा दिया गया.
पहले फेल हो चुके हैं बेटा-बेटी : एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि रामूराम राईका का बेटा देवेश आईएएस, आरएएस और एसआई भर्ती दे चुका है. वह सभी परीक्षाओं में फेल हुआ, लेकिन एसआई भर्ती-2021 में उसे 40वीं रैंक मिली. उसे संज्ञा-सर्वनाम की भी जानकारी नहीं है, जबकि बेटी शोभा ने पांचवीं रैंक हासिल की. वह पहले एसआई भर्ती परीक्षा में फेल हो चुकी है. वह भी राज्यपाल तक का नाम नहीं बता पाई.
पकड़े गए पांच ट्रेनी एसआई की प्रोफाइल :
नाम | रैंक | हिंदी (अंक) | जीके (अंक) | इंटरव्यू (अंक) | कुल (अंक) |
शोभा राईका | 5वीं | 188.68 | 154.84 | 34 | 377.52 |
मंजू देवी | 11वीं | 183.75 | 167.89 | 20 | 371.64 |
देवेश राईका | 40वीं | 171.82 | 159.24 | 28 | 359.06 |
अविनाश | 86वीं | 165.89 | 165.87 | 18 | 349.76 |
बिजेंद्र कुमार | 92वीं | 168.28 | 157.59 | 22 | 347.87 |
इन्हें यूनिक भांभू के जरिए मिला पर्चा : एसओजी ने रायसिंहनगर निवासी मंजू और झुंझुनू निवासी बिजेंद्र को भी गिरफ्तार किया है. इन दोनों को पेपर लीक गिरोह के मास्टरमाइंड यूनिक भांभू के जरिए परीक्षा से पहले एसआई भर्ती का पेपर मिला. वहीं, शाहपुरा (जयपुर) के अविनाश को पेपर लीक गिरोह के सरगना शेरसिंह मीणा के जरिए एसआई भर्ती का पेपर मिला था. इन दोनों के बीच डील करवाने वाले आरोपी की तलाश में एसओजी जुटी हुई है.
61 आरोपियों के खिलाफ 3 चार्जशीट : एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 66 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें 42 ट्रेनी एसआई हैं, जबकि पेपर लीक गिरोह से जुड़े 24 बदमाशों को एसओजी सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. अब तक जो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, उनमें से 61 के खिलाफ एसओजी एक मुख्य और दो पूरक चार्जशीट पेश कर चुकी है.
महाकुंभ में राईका बोला- मैंने कई लोगों को बनाया है : रामूराम राईका मूलतः नागौर जिले के गगवाना गांव का रहने वाला है. अभी वह जयपुर में सोडाला में रह रहा था. 2018 में आरपीएससी का सदस्य बनने से पहले वह नागौर के सरकारी कॉलेज में 32 साल तक अर्थशास्त्र का लेक्चरर रहा. जोधपुर में देवासी समाज के महाकुंभ में उसने अपने भाषण में कहा था, 'मैंने समाज के कई लोगों को इंटरव्यू में बनाया है. क्योंकि मैं आरपीएससी में सदस्य रहा हूं.' उसकी बेटी और बेटे के एकसाथ एसआई भर्ती में चयन होने के बाद से ही उसकी भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे.
जांच अधिकारी ने दो थानों से मांगी जानकारी : मामले की जांच कर रहे एसओजी के अनुसंधान अधिकारी महावीर सिंह ने जयपुर के सोडाला और नागौर के रोल थानाधिकारी को एक पत्र लिखा है. इसमें रामूराम राईका की गिरफ्तारी की बात कहते हुए उसके खिलाफ पूर्व में किसी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड होने की जानकारी देने की बात भी कही गई है. इसके साथ ही राईका के परिजनों को उसकी गिरफ्तारी की जानकारी देने की बात भी कही गई है.
20 और ट्रेनी एसआई एसओजी की राडार पर : अब तक गिरफ्तार ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गिरोह के बदमाशों से पूछताछ में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर अभी ट्रेनिंग ले रहे करीब 20 एसआई और एसओजी के राडार पर हैं. इनकी ट्रेनिंग इस साल अक्टूबर में पूरी हो जाएगी. ऐसे में आने वाले दिनों में एसओजी की ताबड़तोड़ कार्रवाई सामने आ सकती है. ट्रेनी एसआई के अलावा कई अन्य लोगों पर भी एसओजी की कड़ी नजर है, उन पर भी एसओजी आने वाले दिनों में कड़ा एक्शन ले सकती है.