मेरठ : राम मंदिर के प्रतिरूप वाली कांवड़ का मेरठ में सबको लौटने का इंतजार है. कांवड़ दो दिन पहले ही हरिद्वार के लिए रवाना हुई है. भोलेनाथ के करीब 250 भक्त यह कांवड़ लेकर हरिद्वार जल लेने निकले हैं. 30 अगस्त तक गंगाजल लेकर कांवड़िए मेरठ पहुंगे. 35 लाख रुपये में बनी श्री राम मंदिर की कावड़ को बनाने में एक महीने लगे हैं. ये राम मंदिर कांवड़ लोगों को अपनी ओर खींच रही है. रास्ते में जो भी इसे देख रहा है, अपलक निहार रहा है.
कांवड़ लेकर रवाना हुए शिवभक्तों का कहना है कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है. सालों से करोड़ों हिंदू इस दिन के इंतजार में थे. वह प्रतीक्षा समाप्त हुई, इसकी खुशी में राम मंदिर के मॉडल वाली कांवड़ लाकर हरिद्वार रवाना हुए हैं. कहना है कि इस कांवड़ का नाम 'एक कांवड़ राम मंदिर के नाम' रखा गया है. राम मंदिर का एक विशाल मॉडल बनाया गया है, जिसमें भगवान राम को भी विराजमान किया गया है.
राजस्थान के कारीगरों ने तैयार किया : राम मंदिर मॉडल वाली इस कांवड़ को राजस्थान के कारीगरों ने एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद बनाकर तैयार किया है. कांवड़ के स्ट्रक्चर को लकड़ी, थर्माकोल और बिल्डिंग मटेरियल से बनाया गया है. इसका डिजायन हूबहू राम मंदिर की तर्ज पर है. बाहरी रंग भी भगवा है. मंदिर के अंदर राम दरबार, भोलेनाथ का परिवार और अन्य देवी-देवता विराजमान हैं. स्वचलित कांवड़ को एक ट्राली पर बनाया गया है.
राममंदिर निर्माण के लिए मांगी थी मन्नत : गुरुवार को यह कांवड़ मेरठ के मवाना से रवाना हुई है. कांवड़ के जत्थे में लगभग 250 लोग शामिल हैं.सबसे आगे राम मंदिर कांवड़ है. उसके पीछे ट्रैक्टर, ट्रॉली, थार, जीप सहित महंगी लग्ज़री गाड़ियां, डीजे और ट्रक हैं. इस कांवड़ को बनाने में सौरभ शर्मा, आशु त्यागी प्रधान, बलराज डुंगर, राजकुमार डुंगर, अमल खटीक ने सहयोग दिया है. आयोजक गोपाल शर्मा ने बताया कि वह साल 2018 में भगवान शिव की शरण पहुंचे थे और कांवड़ लाने का फैसला किया था. 2018 में मेरठ से कांवड़ उठाई गई थी, जिसे 'एक कांवड़ राम मंदिर के नाम दिया गया था. मेरठ के औघड़नाथ मंदिर में मन्नत मांगी गई थी कि राम मंदिर बनने पर दूसरी कांवड़ लाई जाएगी. कांवड़ के भाजपा नेता बलराज डूंगर ने बताया कि कांवड़ को लेकर लोगों में काफी उत्साह है.
नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर के मॉडल वाली 51 किलो की अनोखी कांवड़ : मेरठ के रहने वाले शिव भक्तों ने एक अनोखी कांवड़ तैयार की है, जिसे नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का रूप दिया गया है. शिव चौक इलाके के बागपत गेट के रहने वाले अभिषेक अग्रवाल हिंदू महासभा से जुड़े हुए हैं. अभिषेक अग्रवाल ने स्थानीय युवकों के साथ मिलकर इस बार एक अनोखी कांवड़ बनाई, जिसे नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का रूप दिया गया है. इसमें लकड़ी, रूई, कपड़ा , थर्माकोल, रेशम, सजावट के समान के साथ-साथ रंगीन लाइट भी लगाई गई है.
मुजफ्फरनगर में आकर्षण का केंद्र बनी 301 मीटर की तिरंगा और नोटों की कांवड़ : कांवड़ मेले के दौरान रंग बिरंगी कावड़ देखने को मिल रही है और वहीं एक ऐसी कांवड़ भी पहुंची, जिसे हर कोई देखता ही रह गया. इसमें एक तिरंगा कावड़ पहुंची, जिसमें 301 मीटर का तिरंगा था. वहीं एक और कांवड़ में नोट ही नोट लगे हुए थे. इस कावड़ में 5 लाख 21 हज़ार रुपये के 500, 100 और 50 के नोट लगाए गए. दिल्ली शाहदरा के सरोली निवासी सागर राणा ने बताया कि हर साल वह कांवड़ ला रहे हैं, यह मेरी चौथी कांवड़ है.