अयोध्या: राम जन्मभूमि परिसर में स्थित प्राचीन कुबेर टीला पर विराजमान भगवान भोलेनाथ का दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे. इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से पास लेना होगा. यह सेवा दिसंबर के बाद से चालू होगी. ट्रस्ट दिसंबर के बाद से 1000 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जाने के लिए पास जारी करेगा. यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने दी है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में टीले पर पहुंचने के लिए सड़क का कार्य अधूरा है. इस मार्ग पर ही सप्तम मंडप का निर्माण किया जा रहा है. यह पूरा कार्य दिसंबर तक कर लिया जाएगा. इसके बाद श्रद्धालुओं को कुबेर टीले पर जाने की अनुमति दी जाएगी.
मुख्य स्थानों को जोड़ने के लिए बनेंगे सड़कः श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि परिसर में तैयार किया जा रहे सभी अलग-अलग मार्गों का कार्य भी प्रारंभ किया जाना है. यात्री सुविधा केंद्र से मंदिर तक जाने वाले सड़क मंदिर से सप्त मंडप, कुबेर टीला, प्रशासनिक भवन, अतिथि गृह, यज्ञ मंडप सहित अन्य स्थानों से जुड़ने वाले कई सड़कों का निर्माण किया जाना है. अनुमान दिसंबर तक ये सभी कार्य पूरे हो जाएंगे.
सरयू तट पर बेगा अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालयः बता दें कि श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक संग्रहालय में संपन्न हो गई है. इस बैठक में दिल्ली से आए कई म्यूजियम एक्सपर्ट भी शामिल हुए. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्रदेश सरकार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को रखरखाव और संचालन के लिए दिया है. उन्होंने बताया कि राम मंदिर की तर्ज पर सरयू तट स्थित अंतरराष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय को भी विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय को गरिमा पूर्ण हो इस पर मंथन हो रहा है. जिनको म्यूजियम की जानकारी है. ऐसे योग्य लोगों तलाश कर लाया जा रहा है. कम आयु के युवक जो लंबे समय तक कार्य कर सके और सीखने की भी ललक हो, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी.
एक वर्ष बाद म्यूजियम आकार लेने लगेगाः चंपत राय ने बताया कि इस म्यूजियम में भगवान राम संबंधित प्रस्तुतीकरण होगा. जिससे समाज में शिक्षाप्रद और नवयुवक उसे सीखें. राम कथा संग्रहालय का लोकेशन बहुत ही अच्छे स्थान पर है. इस स्थान का ऐसा प्रयोग हो कि अयोध्या आने वाली जनता जितना हनुमान गढ़ी, सरयू महारानी, राम मंदिर में दर्शन के लिए जाती है, उतने ही लोगों में अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय को देखने की इच्छा जागृत हो. ऐसी कल्पना पर संग्रहालय का निर्माण कराया जाना है. इसका स्वरूप अगले एक वर्ष के बाद सामने आने लगेगा.
इसे भी पढ़ें-80 करोड़ में बनेगा राम मंदिर ट्रस्ट का कार्यालय और गेस्ट हाउस, डेढ़ साल में पूरा होगा निर्माण