जयपुर: कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के विधानसभा में बजट को 'महलों और ठाकुरों वालों के लिए' बताने वाले बयान को भले ही सदन की कार्यवाही से हटा दिया हो, लेकिन अब इस बयान को लेकर राजपूत समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है. चौधरी के इस बयान पर श्री प्रताप फाउंडेशन ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा है. इसमें राजपूत समाज के प्रति अनर्गल और अमर्यादित टिपण्णी करने पर कार्रवाई की मांग की है.
ये लिखा पत्र में: श्री प्रताप फाउंडेशन के संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी ने पत्र में कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के बायतु से विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद एवं पूर्व राष्ट्रीय सचिव हरीश चौधरी की ओर से विगत दिनों बार बार राजपूत समाज पर अनर्गल और अमर्यादित टिप्पणियां की जा रही हैं. विगत दिनों उन्होंने बाड़मेर की एक सभा में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक, लाखों अनुयायियों के प्रेरक और सभी समाजों द्वारा सम्मानित पूर्व सांसद तनसिंह को लेकर अनावश्यक रूप से अमर्यादित टिप्पणी की थी. इसी प्रकार तनसिंह के अनुयायियों द्वारा दिल्ली में विगत 28 जनवरी 2024 को मनाए गए जन्म शताब्दी समारोह को लेकर भी विधायक चौधरी ने राजस्थान विधानसभा में अनावश्यक नकारात्मक टिप्पणी की गई थी. इसी तरह 18 जुलाई को फिर से उन्होंने राजस्थान विधानसभा में राजपूत समाज को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की, जिसे राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष की ओर से भी असंसदीय मानते हुए कार्यवाही से हटा दिया गया है.
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सरवड़ी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी स्वयं को संपूर्ण भारत का प्रतिनिधि बताती है और उसी भारत की सदियों तक अपने पुरुषार्थ एवं त्याग के बल पर सेवा करने वाले राजपूत समाज पर आपके तथाकथित वरिष्ठ राजनेता अपने तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ और कुंठाग्रस्त ओछी मानसिकता के कारण अनर्गल टिप्पणियां करते हैं, लेकिन पार्टी उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती. इससे राजपूत समाज में कांग्रेस पार्टी के प्रति नकारात्मकता पैदा होती है और समाज यह महसूस करता है कि कांग्रेस हमारे समाज को उस संपूर्ण भारत का अंग नहीं मानती, जिसकी बात पार्टी के नेता करते हैं. सरवड़ी ने खड़गे और राहुल गांधी से मांग की है कि वे विधायक चौधरी की अनर्गल और अमर्यादित टिप्पणियों पर संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई करें.