झालावाड़ : भाजपा के वरिष्ठ नेता व राजस्थान अभाव अभियोग समिति के पूर्व चेयरमैन श्रीकृष्ण पाटीदार (77) का शनिवार को निधन हो गया. पाटीदार लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने अपने निवास गोदाम की तलाई पर आज अंतिम सांस ली. वहीं, शाम को झालावाड़ के रोटरी क्लब मुक्तिधाम पर उनके अंतिम संस्कार किए जाने की संभावना है. इधर, श्रीकृष्ण पाटीदार के निधन के बाद प्रदेशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों में शोक की लहर है. श्रीकृष्ण पाटीदार बीते 40 सालों से जिले में भाजपा की रीढ़ माने जाते थे. वहीं, छोटे से बड़ा भाजपा नेता और कार्यकर्ता उन्हें बाऊजी के नाम से संबोधित करता था.
झालावाड़ के सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया. सोशल मीडिया पर जारी किए गए उनके संदेश में उन्होंने लिखा कि झालावाड़ में ही नहीं, बल्कि संपूर्ण प्रदेश की राजनीति में अपनी विशिष्ट कार्यशैली के कारण पहचान बनाने वाले मेरे परिवार के मार्गदर्शक और शुभचिंतक श्रद्धेय बाबूजी श्रीकृष्ण पाटीदार जी के निधन का समाचार सुनकर निशब्द हूं. ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान प्रदान करें.
स्मृतियाँ शेष…..झालावाड़ में ही नहीं अपितु संपूर्ण प्रदेश की राजनीति में अपनी विशिष्ट कार्यशैली के कारण पहचान बनाने वाले मेरे परिवार के मार्गदर्शक और शुभचिंतक, श्रद्धेय बाऊजी श्रीकृष्ण पाटीदार जी के निधन का समाचार सुनकर निशब्द हूँ।
— Dushyant Singh (@DushyantDholpur) August 24, 2024
उनका निधन मेरे लिए अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर… pic.twitter.com/FxrjRrCk6R
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झालावाड़ के दुर्गापुरा ग्राम पंचायत निवासी श्रीकृष्ण पाटीदार 40 सालों से भाजपा में सक्रिय थे. 1972 में उन्होंने जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव लड़ा था. वहीं, 1982 से लेकर 1985 तक वो भाजपा कार्य समिति के सदस्य भी रहे. 1992 में वे सहकारी समिति झालावाड़ के अध्यक्ष रहे. वहीं, 1995 में जिला प्रमुख चुने गए. उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार के दूसरे कार्यकाल में 2016 में जन अभाव अभियोग समिति के अध्यक्ष बनाए गए. पाटीदार वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाते थे. झालावाड़ की राजनीति में श्रीकृष्ण पाटीदार की मजबूत पकड़ थी.