नई दिल्ली: राजधानी में बीजेपी सांसद कमलजीत सहरावत ने निशाना साधते हुए कहा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी द्वारा शराब घोटाले को लेकर शुरुआत से ही कोर्ट की अवहेलना की गई. इतना ही नहीं जब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया, तो न्यायालय की कार्यवाही का वीडियो अवैध रूप से रिकॉर्ड करके 'आप' नेताओं द्वारा जनता के बीच तोड़-मरोड़कर पेश किया गया.
सांसद कमलजीत सहरावत ने बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका में इस साल 28 मार्च को केजरीवाल की पार्टी एवं विधायकों द्वारा अवैध रूप से बनाई गई न्यायालय की वीडियो और ऑडियो को सोशल मीडिया से हटाने का निर्देश दिया है. न्यायालय की कार्यवाही को रिकॉर्ड करना प्रतिबंधित है. 21 मार्च को केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद जब उन्हें 28 मार्च को कोर्ट में पेश किया गया, तो उन्होंने झूठा बयान दिया. न्यायालय की कार्यवाही का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पेश किया गया और जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई.
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भाजपा सांसद ने आगे कहा की 28 मार्च में कोर्ट में राजनीतिक बयानबाजी करके रिकॉर्ड करना और उसे लोगों के सामने पेश करना पार्टी की सोची समझी साजिश थी. यह कोर्ट व्यवस्था पर कुठाराघात था. वहीं प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी मार्क्सवादी सोच से पोषित है और ऐसे लोग न कोर्ट का सम्मान करते हैं, न शासन-प्रशासन का. इसी कारण दिल्ली सरकार में हर ओर आराजकता के साथ भ्रष्टाचार दिखती है.
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