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कैसे होगा इलाज? लातेहार में चिकित्सकों की भारी कमी, स्वीकृत 111 पदों के विरुद्ध मात्र 41 डॉक्टर ही हैं पदस्थापित - Shortage of doctors

Shortage of Doctors in Latehar. लातेहार में डॉक्टरों की भारी कमी है. 111 स्वीकृत पद की जगह मात्र 44 डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. इससे जहां लोगों का सही से इलाज नहीं हो पा रहा है. वहीं पदस्थापित डॉक्टरों पर भी बोझ पड़ रहा है.

Shortage of Doctors in Latehar
लातेहार सदर अस्पताल (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 30, 2024, 11:29 AM IST

लातेहारः जिले में इन दिनों डॉक्टरों की भारी कमी है. इससे पूरे जिले में चिकित्सा कार्य प्रभावित हो रहा है. पूरे जिले में डॉक्टरों के कुल स्वीकृत पद 111 हैं. लेकिन फिलहाल महज 41 डॉक्टर ही कार्यरत हैं. डॉक्टरों की भारी कमी के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. वहीं जिले में पदस्थापित डॉक्टर भी काम के दबाव से जूझ रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता राजीव कुमार (ईटीवी भारत)

दरअसल लातेहार जिला चिकित्सा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा जिला माना जाता है. पूरे जिले में एक भी निजी अस्पताल नहीं है, जहां मरीजों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध हो. कुल मिलाकर यहां के मरीज पूरी तरह से सरकारी चिकित्सा व्यवस्था पर निर्भर हैं. इधर, स्वास्थ्य विभाग भी लातेहार जिले में डॉक्टरों की पदस्थापना को लेकर सौतेला रवैया अपनाता है.

जिले में स्वीकृत डॉक्टरों की संख्या के अनुपात में लातेहार स्वास्थ्य विभाग में आधे डॉक्टर भी पदस्थापित नहीं हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो लातेहार जिले में कुल 111 डॉक्टरों की जरूरत है. लेकिन फिलहाल यहां महज 41 डॉक्टर ही कार्यरत हैं. यानी कुल स्वीकृत पदों की तुलना में यहां मात्र एक तिहाई डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीज के इलाज की सुचारू व्यवस्था करने में स्वास्थ्य विभाग को कितना तनाव झेलना पड़ रहा होगा.

अस्पताल में नहीं हैं सर्जन और फिजीशियन

लातेहार जिले में सर्जन और फिजीशियन की भी भारी कमी है. लातेहार सदर अस्पताल में कम से कम दो सर्जन और दो फिजीशियन की जरूरत है, लेकिन यहां एक भी सर्जन और फिजीशियन पदस्थापित नहीं हैं. जिले में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी ही मरीजों का फिजीशियन बनकर इलाज करते हैं. लेकिन जब सर्जरी की बात आती है तो परेशानी बढ़ जाती है.

सिविल सर्जन डॉ. अवधेश सिंह उपलब्ध डॉक्टरों के सहारे जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू बनाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों की इतनी भारी कमी है कि व्यवस्था सुचारू करने में सिविल सर्जन के पसीने छूटने लगते हैं. ओवरटाइम ड्यूटी के कारण डॉक्टर भी तनाव में नजर आते हैं. हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि वर्तमान में जो डॉक्टर हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर चिकित्सा व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू रखने का प्रयास किया जा रहा है.

डॉक्टरों की पदस्थापना के लिए किया गया पत्राचार

सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में डॉक्टरों की पदस्थापना के लिए विभाग को पत्राचार किया गया है. संभावना है कि जल्द ही रिक्त पदों के अनुपात में लातेहार जिले में नए डॉक्टरों की पदस्थापना हो जाएगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो डॉक्टर जिले में हैं, उनके माध्यम से मरीजों को समुचित इलाज मुहैया कराया जा रहा है. नए डॉक्टरों की पदस्थापना के बाद चिकित्सा व्यवस्था में सुधार आएगा. सिविल सर्जन ने संभावना जताई है कि जल्द ही कई विशेषज्ञ डॉक्टर लातेहार जिले में अपना योगदान देंगे.

यह भी पढ़ें: निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स की हड़ताल वापस, प्रशासन ने दिया सुरक्षा का भरोसा

यह भी पढ़ें: सरकारी अस्पताल में सात महीने से फर्जी डॉक्टर कर रहा था लोगों का इलाज, मामला सामने आने पर अधिकारियों के उड़े होश - Fake doctor arrested

यह भी पढ़ें: नक्सली क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में समय पर नहीं पहुंचने के डॉक्टर के पास कई बहाने, मरीजों को करना पड़ता है इंतजार - Medinirai hospital

लातेहारः जिले में इन दिनों डॉक्टरों की भारी कमी है. इससे पूरे जिले में चिकित्सा कार्य प्रभावित हो रहा है. पूरे जिले में डॉक्टरों के कुल स्वीकृत पद 111 हैं. लेकिन फिलहाल महज 41 डॉक्टर ही कार्यरत हैं. डॉक्टरों की भारी कमी के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है. वहीं जिले में पदस्थापित डॉक्टर भी काम के दबाव से जूझ रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता राजीव कुमार (ईटीवी भारत)

दरअसल लातेहार जिला चिकित्सा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा जिला माना जाता है. पूरे जिले में एक भी निजी अस्पताल नहीं है, जहां मरीजों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध हो. कुल मिलाकर यहां के मरीज पूरी तरह से सरकारी चिकित्सा व्यवस्था पर निर्भर हैं. इधर, स्वास्थ्य विभाग भी लातेहार जिले में डॉक्टरों की पदस्थापना को लेकर सौतेला रवैया अपनाता है.

जिले में स्वीकृत डॉक्टरों की संख्या के अनुपात में लातेहार स्वास्थ्य विभाग में आधे डॉक्टर भी पदस्थापित नहीं हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो लातेहार जिले में कुल 111 डॉक्टरों की जरूरत है. लेकिन फिलहाल यहां महज 41 डॉक्टर ही कार्यरत हैं. यानी कुल स्वीकृत पदों की तुलना में यहां मात्र एक तिहाई डॉक्टर ही पदस्थापित हैं. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीज के इलाज की सुचारू व्यवस्था करने में स्वास्थ्य विभाग को कितना तनाव झेलना पड़ रहा होगा.

अस्पताल में नहीं हैं सर्जन और फिजीशियन

लातेहार जिले में सर्जन और फिजीशियन की भी भारी कमी है. लातेहार सदर अस्पताल में कम से कम दो सर्जन और दो फिजीशियन की जरूरत है, लेकिन यहां एक भी सर्जन और फिजीशियन पदस्थापित नहीं हैं. जिले में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी ही मरीजों का फिजीशियन बनकर इलाज करते हैं. लेकिन जब सर्जरी की बात आती है तो परेशानी बढ़ जाती है.

सिविल सर्जन डॉ. अवधेश सिंह उपलब्ध डॉक्टरों के सहारे जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू बनाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों की इतनी भारी कमी है कि व्यवस्था सुचारू करने में सिविल सर्जन के पसीने छूटने लगते हैं. ओवरटाइम ड्यूटी के कारण डॉक्टर भी तनाव में नजर आते हैं. हालांकि इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि वर्तमान में जो डॉक्टर हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर चिकित्सा व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू रखने का प्रयास किया जा रहा है.

डॉक्टरों की पदस्थापना के लिए किया गया पत्राचार

सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में डॉक्टरों की पदस्थापना के लिए विभाग को पत्राचार किया गया है. संभावना है कि जल्द ही रिक्त पदों के अनुपात में लातेहार जिले में नए डॉक्टरों की पदस्थापना हो जाएगी. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो डॉक्टर जिले में हैं, उनके माध्यम से मरीजों को समुचित इलाज मुहैया कराया जा रहा है. नए डॉक्टरों की पदस्थापना के बाद चिकित्सा व्यवस्था में सुधार आएगा. सिविल सर्जन ने संभावना जताई है कि जल्द ही कई विशेषज्ञ डॉक्टर लातेहार जिले में अपना योगदान देंगे.

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