रांची: धनतेरस के मौके पर राजधानी रांची के बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. सबसे ज्यादा खरीदारी पीतल एवं कांसा से बनी बर्तनों की हो रही है मान्यता है कि धनतेरस के मौके पर पीतल एवं कांसा से बनी बर्तन शुद्ध होती है, जिसमें मां लक्ष्मी विराजती हैं. बर्तन के अलावा इस मौके पर झाड़ू खरीदने की भी परंपरा रही है.
इस मौके पर लोगों ने महंगा होने के बाबजूद नारियल की झाड़ू खरीदकर दरिद्रता भगाने की कामना मां से लक्ष्मी से की. धनतेरस के मौके पर खरीदारी करने बाजार आईं महिलाओं ने ईटीवी भारत संवाददाता भुवन किशोर झा से खास बातचीत में बताया कि परंपरा आज भी जीवित है जिसे हमने अपने पूर्वजों से पाया है. इस मौके पर ज्वेलरी से लेकर मिट्टी का दीया, झाड़ू और बरतन की खरीदारी कर काफी खुश दिखी.
देर रात तक चलेगा धनतेरस की खरीदारी
धनतेरस के मौके पर राजधानी के बाजार देर रात तक खुले रहेंगे. इस मौके पर सबसे ज्यादा सर्राफा बाजार और गाड़ियों की बिक्री होती है. इस बार संभावना जताई जा रही है कि लगभग 4000 मोटरसाइकिल और करीब 250 चार पहिया गाड़ी की बिक्री होगी. इसके लिए पहले से ही बुकिंग ग्राहकों के द्वारा कराई जा चुकी है. आज दोपहर से ही बुक कराए गए सभी गाड़ियों को लेने के लिए शोरूम में लोगों की भीड़ देखी गई.
इसके अलावा ज्वेलरी दुकानों में लोगों ने जमकर खरीदारी की सोने चांदी के बने आभूषण से लेकर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां और नए पुराने सिक्के की मांग इस बार अच्छी खासी रही. जिस तरह से संभावना जताई जा रही थी कि इस बार धनतेरस के मौके पर बाजार की रौनक रहेगी उसी अनुरूप लोगों ने खरीदारी के प्रति दिलचस्पी दिखाई. संभावना जताई जा रही है कि अकेले रांची में ही करीब 1500 करोड़ का कारोबार होगा.
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