शिवपुरी। जिले की करैरा थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां करैरा तहसील के सिल्लरपुर गांव के जंगल में सैकड़ों गायों के शव जंगल में पड़े मिले हैं. जंगल में इस नजारे को देखकर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी है. जिसके बाद हरकत में आया प्रशासन अब मामले की जांच की बात कर रहा है.
जंगल में मिले सैकड़ों गायों के शव
करैरा तहसील क्षेत्र के शिवपुरी-झांसी फोरलेन हाईवे से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर रिजर्व फॉरेस्ट लैंड पर बड़ी संख्या में मृत गायों के शव मिले हैं. इन्हें देखकर ग्रामवासी हैरान परेशान हैं. कई सौ गायों के शव देखकर लोग कुछ समझ ही नहीं पा रहे हैं कि ये शव अचानक यहां कैसे आ गए. गांववाले ऐसी आशंका जता रहे हैं कि गायों के शवों को शहरी क्षेत्र से डंपरों में लाकर रात के समय यहां फेंके गए हैं. झांसी यहां से नजदीक है, इसलिए आशंका ये भी जताई जा रही है कि वहां से लाए गए हों.
सरपंच ने पुलिस प्रशासन को दी खबर
सिल्लरपुर गांव के सरपंच अरविंद लोधी ने गायों के शव मिलने की सूचना पुलिस और प्रशासन को दे दी है. सरपंच अरविंद लोधी का कहना है कि "मौके पर 4 सौ से 5 सौ गायों के शव पड़े हैं. प्रशासन को खबर दे दी गई है. अचानक ये शव यहां कैसे पहुंचे इसकी कोई जानकारी नहीं है. इन गायों के शव देखकर गांव वाले खुद हैरान हैं."
फॉरेस्ट विभाग की नर्सरी के पास बिखरें हैं शव
इस मामले में पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ एमसी तमौरी का कहना है कि "सिल्लरपुर गांव के पास फॉरेस्ट विभाग की एक नर्सरी है जिसके पास 25 से 30 मृत गायों के शव मिले हैं. ये एरिया हाईवे से लगा हुआ है वहीं करेरा नगर परिषद से दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर है. संभवत हाईवे पर एक्सीडेंट से मृत और नगर पालिका क्षेत्र में सामान्य और बीमारी से मृत पशुओं को नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों द्वारा यहां डाला गया है. हालांकि यह नियम विरुद्ध है. इसके लिए कई बार नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को हिदायत दी गई है. मृत गायों के निस्तारण के लिए गो-संवर्धन बोर्ड के स्पष्ट निर्देश हैं कि मृत गायों का सम्मान पूर्वक निस्तारण किया जाए."
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर की जांच
इस संबंध में करैरा थाना प्रभारी सुरेश शर्मा का कहना है कि "उन्हें जब सूचना मिली तो उन्होंने मौके का मुआयना किया लेकिन उन्हें ऐसा कोई तथ्य नहीं मिला जिससे एक साथ इन गोवंश की मौत हुई हो. फिलहाल पुलिस इस संबंध में जांच कर रही है जबकि वन विभाग से अभी कोई जवाब नहीं मिला है."
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लोग जता रहे कई तरह की आशंका
शिवपुरी से सामने आई यह खबर दिल दहलाने के लिए काफी है. अब ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यह सब हुआ तो कैसे हुआ. आखिर जंगल में इतनी बड़ी तादाद में गायों के शव कहां से कैसे पहुंच. एक आशंका जताई जा रही है कि लोग मरे हुए पशुओं को इस इलाके में डंप कर रहे हैं और दूसरी आशंका यह जताई जा रही है कि शहर के अलग-अलग क्षेत्र में बनी गौशालाओं में होने वाली मौत के बाद गोवंश को यहां डंप किया गया है. फिलहाल इस मामले की जांच होना जरूरी है.