शिवपुरी: केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को शिवपुरी दौरे पर रहे. यहां सिंधिया ने कई कार्यक्रमों नें भाग लिया, लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला मामला तो तब सामने आया, जब पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने सिंधिया का स्वागत करते हुए उनके पैर पकड़ लिए. यह घटना मध्य प्रदेश के राजनितिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई. इसको लेकर राजनीतिक जानकार कई तरह के कयास लगाने लगे.
कांग्रेसी विधायक ने सिंधिया का छूआ पैर
दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कलेक्ट्रेट में बैठक लेने पहुंचे थे. इस दौरान बाहर निकलकर वह लोगों की समस्याएं भी सुन रहे थे. तभी वहां मौजूद पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह सिंधिया के पास पहुंचे और उन्हें फूलों की माला पहनाई. इसके बाद उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया. बाद में मंत्री ने उनकी पीठ थपथपाई और ‘बस’ कहते हुए उन्हें उठाया. यह तस्वीर एमपी में चर्चा का विषय बन गई. कई राजनीतिक जानकार इस पर तमाम तरह के कयास लगा रहे हैं.
विधायक ने दी सफाई, सभी कयासों को नकारा
कैलाश कुशवाह का ज्योतिरादित्य सिंधिया का पैर छूने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जाने लगा और लोग तमाम कयास लगाने लगे. पार्टी छोड़ने जैसी कई तरह की अटकलबाजी लगने लगी. विधायक ने इस मामले पर सफाई दी है. कैलाश कुशवाह ने कहा कि, 'शिवपुरी में विकास कार्यों के लेकर बैठक हुई थी जिसमें मुझे भी बुलाया गया था. वहां पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आए हुए थे. वो हमारे क्षेत्रीय सांसद हैं और यहां पर महाराज भी हैं, इलसिए उन्हें सम्मान देते हुए उनका पैर छूकर अपना फर्ज निभाया. पैर छूने का मतलब ये नहीं की मैं कांग्रेस छोड़कर कहीं जाने वाला हूं.'
कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वॉइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी हाल में कांग्रेस छोड़कर नहीं जाऊंगा, क्योंकि कांग्रेस की बदौलत ही मैं आज विधायक हूं; कांग्रेस ने मुझको सम्मान दिया है. लेकिन अगर क्षेत्र के विकास के लिए मुझे सिंधिया के पास जाना पड़ा तो मैं जरूर जाऊंगा. इसके अलावा भाजपा के किसी मंत्री के पास भी जाना पड़ा तो भी जाऊंगा.'
शिवपुरी से एकमात्र कांग्रेस के विधायक
कैलाश कुशवाह शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा से जिले के इकलौते कांग्रेसी विधायक हैं. बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के कैलाश कुशवाह का मुकाबला बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार रहे सुरेश धाकड़ रथखेड़ा से था. कैलाश कुशवाह ने बीजेपी के सुरेश धाकड़ को 49 हजार 481 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी.