बाड़मेर : राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित कूबड़ माता के धाम नवनिर्मित मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर के तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही हैं. सबसे खास बात यह है कि यहां पर स्फटिक से बने शिवलिंग की स्थापना की जाएगी. बाड़मेर जिले का दूसरा ऐसा मंदिर होगा, जहां पर स्फटिक पत्थर के शिवलिंग की स्थापना की जाएगी. शनिवार को महंत निर्मलदास महाराज ने प्रेसवार्ता कर इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी.
जिले बालेरा गांव में स्थित कूबड़ माता के धाम नवनिर्मित मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर शनिवार को जिला मुख्यालय पर स्थित राजपुरोहित समाज के भवन में महंत निर्मलदास महाराज ने प्रेस वार्ता कर बताया कि नवनिर्मित श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव 10 दिसंबर से शुरू होगा. यह एक धार्मिक आयोजन होने जा रहा है. इस आयोजन में गुजरात, सिरोही, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, जालोर सहित देश भर से 20-25 हजार राजगुरु वंश के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. आयोजन समिति की ओर से इस तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से की जा रही हैं. उन्होंने आमजन से भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया.
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स्फटिक से बने शिवलिंग की होगी स्थापना : महंत निर्मल दास महाराज ने बताया कि नवनिर्मित श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर के लिए सुंदर सवामणी के स्फटिक पत्थर का शिवलिंग लाया गया है. रुद्र, यज्ञ और आचार्यों की ओर से विधिक पूर्वक प्राण-प्रतिष्ठा कर स्थापित किया जाएगा. स्फटिक एक पत्थर होता है और अपने आप में शांति और सौहार्द का प्रतीक होता है. स्फटिक के मूर्तियां या शिवलिंग अपने क्षेत्र में बहुत कम हैं.
बाड़मेर में होगा दूसरा स्फटिक पत्थर का शिवलिंग : महंत निर्मलदास महाराज ने बताया कि बाड़मेर जिले में दूसरा ऐसा मंदिर होगा, जहां पर स्फटिक पत्थर के शिवलिंग की स्थापना होने जा रही है. कुछ समय पहले ही जिले के वीरात्रा माता मंदिर के प्रांगण में ऐसे शिवालय की प्रतिष्ठा हुई थी. वहीं, इससे पहले बालोतरा जिले में समदड़ी से आगे भलरों का बाड़ा में स्थित एक मंदिर में भी ऐसा ही शिवलिंग स्थापित है.