कानपुर : कल्याणपुर थाना क्षेत्र के हरि बगिया निवासी शिवेंद्र को परदेश में अच्छी नौकरी का लालच काफी महंगा पड़ गया है. बताया जा रहा है कि अब उसकी जान पर बन आई है और म्यांमार के जंगल में एजेंट के चंगुल फंसे शिवेंद्र वापस भेजने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की जा रही है. क्राइम ब्रांच की दो दिनों की जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आ रही है कि शिवेंद्र के साथ वहां भारत के कई युवक फंसे हैं. हालांकि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.
शिवेंद्र के परिजनों का कहना है कि शिवेंद्र दादा नगर में जूते की कंपनी में मार्केटिंग की नौकरी करता था. फैक्ट्री में ही शिवेंद्र की मुलाकात संदीप नाम के युवक से हुई थी. संदीप ने उसे थाईलैंड में एक लाख रुपये महीने की नौकरी दिलाने की बात कही थी. इसके बाद वर्क वीजा के नाम पर दो लाख रुपये लिए गए. कुछ समय पहले ही संदीप ने शिवेंद्र का टूरिस्ट वीजा बनवाया. इसके बाद पहले उसे थाईलैंड भेजा गया. बाद में वहां से म्यांमार भेज दिया गया. परिजनों का आरोप है कि शिवेंद्र को वापस भारत भेजने के लिए वहां के एजेंट 10 लाख रुपये मांग रहे हैं. शिवेंद्र को कुछ युवकों ने म्यांमार के जंगलों में रखा है.
एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे ने बताया कि अभी तक की जानकारी में यह पता चला है कि शिवेंद्र को संदीप नाम का युवक थाईलैंड में एक लाख रुपये महीने की नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले गया था. परिजनों की तहरीर पर संदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. शिवेंद्र को एजेंट के चंगुल से छुड़ाने और म्यांमार से लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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