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शिमला में पीट-पीटकर हुई थी युवक की हत्या, पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार - Shimla youth murder case

Shimla Youth Murder Case: हिमाचल प्रदेश की राजधानी में शिमला में पुलिस ने अपराधों से निपटने के लिए कमर कस ली है. बीते दिनों शिमला में हुए युवक की पीट-पीटकर हत्या मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. पढ़िए पूरी खबर...

पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 7, 2024, 10:02 PM IST

शिमला: हिमाचल की राजधानी शिमला में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या करने के बाद शव को जलाने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. चोरी करने के शक में और मंदिर में आग लगाने को लेकर ये हत्या की गई थी. कुछ ग्रामीणों ने व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. पुलिस ने अब इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है.

इन आरोपियों में राजीव, गीता राम, ताराचंद, आशीष, विनय, हेमंत और शंकर लाल शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि ये मारपीट करने और हत्या में शामिल थे. ये सभी गलोट पंचायत के शिलडू गांव के रहने वाले हैं. वारदात के 11 दिन बाद मृतक की मां की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था. घटना राजधानी शिमला के बालूगंज थाना क्षेत्र के गलोट पंचायत में हुई थी.

मृतक युवक की मां तारा देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराया. शिकायत में तारा देवी ने कहा था कि उसका बेटा टिकमचंद पिछले 8 साल से पनेश के साथ लगते गांव खरयाड़ में सेवानंद नाम के व्यक्ति के घर में मजदूरी का काम करता था. बीते 22 मार्च को सेवानंद की पत्नी प्रभा ने उसे फोन कर बताया कि इसके बेटे की गिरने के कारण मौत हो गई है और वे शव का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक उसे यह बताया गया था कि उसके बेटे ने मंदिर में चोरी की है और गिरने की वजह से उसकी जान गई है.

ये है पूरा मामला: मृतक की मां ने पुलिस को बताया कि स्थानीय लोगों से उसे पता चला कि 21 मार्च को उसका बेटा शीतला माता मंदिर गया था, जहां गांव के लोगों ने चोरी के शक में और मंदिर में आग लगाने को लेकर उसकी बुरी तरह पिटाई की और युवक की मौत होने पर शव को जला डाला. मृतक युवक की मां का कहना है कि उसके बेटे को मौत के घाट उतारा गया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि गांव के कुछ लोगों ने बेटे के शव को जलाकर साक्ष्य मिटा दिए हैं.

जानकारी के मुताबिक जहां इस हत्याकांड के बाद ग्रामीण मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे. वहीं, पुलिस को एक ऐसा चश्मदीद मिला, जिसने वारदात की पूरी कहानी बता दी. इसके बाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल समेत श्मशान घाट से साक्ष्य एकत्रित किए. इसमें ब्लड और मिट्टी के सैंपल समेत हड्डियों के अवशेष शामिल थे. एफएसएल टीम को मंदिर की दीवारों पर खून के धब्बे भी मिले थे. इसके अलावा डीएनए मिलाने के लिए मृतक की मां के खून के नमूने जांच के लिए एफएसएल भेजे गए हैं.

ये भी पढ़ें: नशे के खिलाफ शिमला पुलिस की कार्रवाई, चिट्टा सप्लायर और एजेंट सहित 6 आरोपी गिरफ्तार

शिमला: हिमाचल की राजधानी शिमला में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या करने के बाद शव को जलाने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. चोरी करने के शक में और मंदिर में आग लगाने को लेकर ये हत्या की गई थी. कुछ ग्रामीणों ने व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. पुलिस ने अब इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है.

इन आरोपियों में राजीव, गीता राम, ताराचंद, आशीष, विनय, हेमंत और शंकर लाल शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि ये मारपीट करने और हत्या में शामिल थे. ये सभी गलोट पंचायत के शिलडू गांव के रहने वाले हैं. वारदात के 11 दिन बाद मृतक की मां की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था. घटना राजधानी शिमला के बालूगंज थाना क्षेत्र के गलोट पंचायत में हुई थी.

मृतक युवक की मां तारा देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराया. शिकायत में तारा देवी ने कहा था कि उसका बेटा टिकमचंद पिछले 8 साल से पनेश के साथ लगते गांव खरयाड़ में सेवानंद नाम के व्यक्ति के घर में मजदूरी का काम करता था. बीते 22 मार्च को सेवानंद की पत्नी प्रभा ने उसे फोन कर बताया कि इसके बेटे की गिरने के कारण मौत हो गई है और वे शव का अंतिम संस्कार कर रहे हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक उसे यह बताया गया था कि उसके बेटे ने मंदिर में चोरी की है और गिरने की वजह से उसकी जान गई है.

ये है पूरा मामला: मृतक की मां ने पुलिस को बताया कि स्थानीय लोगों से उसे पता चला कि 21 मार्च को उसका बेटा शीतला माता मंदिर गया था, जहां गांव के लोगों ने चोरी के शक में और मंदिर में आग लगाने को लेकर उसकी बुरी तरह पिटाई की और युवक की मौत होने पर शव को जला डाला. मृतक युवक की मां का कहना है कि उसके बेटे को मौत के घाट उतारा गया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि गांव के कुछ लोगों ने बेटे के शव को जलाकर साक्ष्य मिटा दिए हैं.

जानकारी के मुताबिक जहां इस हत्याकांड के बाद ग्रामीण मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे. वहीं, पुलिस को एक ऐसा चश्मदीद मिला, जिसने वारदात की पूरी कहानी बता दी. इसके बाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल समेत श्मशान घाट से साक्ष्य एकत्रित किए. इसमें ब्लड और मिट्टी के सैंपल समेत हड्डियों के अवशेष शामिल थे. एफएसएल टीम को मंदिर की दीवारों पर खून के धब्बे भी मिले थे. इसके अलावा डीएनए मिलाने के लिए मृतक की मां के खून के नमूने जांच के लिए एफएसएल भेजे गए हैं.

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