शिमला: JOA IT अभ्यार्थी शुक्रवार से धरने पर बैठे हैं. शनिवार को उन्हें छोटा शिमला से चौड़ा मैदान भेजा गया जहां वे धरने पर बैठे हैं. हालांकि शिमला में रात को कड़ाकेदार ठंड थी, बावजूद इसके अभ्यर्थियों का हौसला नहीं डगमगाया. इसी बीच एक अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ी है. जिसे एंबुलेंस के माध्यम से आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया है. इससे पहले तीन लड़कियों की इस दौरान तबीयत बिगड़ी जिन्हें घर भेज दिया गया है, लेकिन अन्य अभ्यर्थी परिणाम निकालने को लेकर लिखित में आश्वासन मिलने पर ही घर जाने की बात कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने लंबित भर्तियों को लेकर कैबिनेट सब कमेटी बनाने का निर्णय लिया है जो अभ्यर्थियों को नामंजूर है.
अभ्यर्थियों ने बताया कि लगभग पांच साल से JOA IT पोस्ट कोड 817 की भर्ती प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अभी तक अंतिम परिणाम नहीं निकल पाए हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि मामले को लेकर कोर्ट में भी लड़ाई लड़ने के बाद उनके हक में निर्णय आया है, लेकिन सरकार परिणाम नहीं निकाल रही है. सीएम और मंत्रियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन किसी के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. परिवार भी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो चुका है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भर्ती परीक्षा के परिणाम निकालने के लिए सड़कों पर आना पड़ा है. अभ्यर्थियों ने कई साल तक मेहनत की और उसके बाद परीक्षा उत्तीर्ण की है, लेकिन सरकार ने आंख मूंद ली हैं और भर्ती प्रक्रिया पांच साल से लटकी हुई है. सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने बड़े-बडे़ दावे किए थे, लेकिन अब बेरोजगारों के साथ मजाक किया रहा है जो बर्दाश्त नहीं होगा.
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