शिमला: पिछले साल राजधानी शिमला के बालूगंज थाना के तहत ढांडा में एक लापता युवक का शव मिला था. मामले में अब नया मोड़ सामने आया है. करीब 17 माह बाद मृतक की मां ने बेटे के हत्या होने की आशंका जताई है. मृतक की मां की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. महिला ने पुलिस को शिकायत दी है कि उन्हें संदेह है कि योजनाबद्ध तरीके उसके बेटे की हत्या हुई थी, जिसके बाद पुलिस के इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्रीन वैली ढांडा तहसील की रहने वाली माया देवी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने बेटे दीपांशु उर्फ हैप्पी की पिछले साल 17 अप्रैल 2023 की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस चौकी जतोग में दर्ज करवाई थी, इसके बाद 21 अप्रैल 2023 को ढांडा के पास रोड से करीब 300 मीटर नीचे उसके बेटे का शव मिला था.
शव का निरीक्षण करने पर उसका सिर धड़ से अलग पाया गया था. इसके बाद पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ एफएसएल की टीम ने भी मौके का मुआयना किया था और साक्ष्य जुटाए थे. पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता ने सोमवार को बालूगंज थाने में शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्हें संदेह है कि उनके बेटे की किसी ने (अज्ञात) सुनियोजित तरीके से हत्या की है और हत्या करने के बाद शव को फेंक दिया.
वहीं, महिला द्वारा 17 महीने बाद बेटे की हत्या को लेकर मामला दर्ज करवाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं. लेकिन पीड़ित महिला के अनुसार जब उसके बेटे की हत्या हुई तो उस समय वो इस हालत में नहीं थी कि वह समझ पाती की उसके बेटे की हत्या हुई थी या मौत. अब मामले में महिला ने संदेह जताते हुए बेटे की हत्या को लेकर जतोग पुलिस को शिकायत दी है.
एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा, "पुलिस ने मृतक की मां की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच पुलिस चौकी जतोग द्वारा अमल में लाई जा रही है".
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