पटना: बिहार में शिक्षा सेवक और तालिमी मरकज को मार्च और अप्रैल माह का वेतन भुगतान नहीं हुआ है. जबकि, उनके वेतन भुगतान को लेकर सरकार ने जन शिक्षा निदेशालय को पैसा आवंटित कर दिया है. बिहार शिक्षा सेवक तालीमी मरकज संघ के राज्य सचिव प्रकाश कुमार बौद्ध ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जल्द वेतन भुगतान की गुहार लगाई है. उनका कहना था कि ब्लॉक ऑफिस जाकर रिपोर्ट जमा करने में शिक्षा सेवकों और तालिमी मरकजों को काफी कठिनाई हो रही है.
"जन शिक्षा निदेशालय के द्वारा प्रदेश में कार्यरत शिक्षा सेवकों को बीते दो माह का वेतन का आवंटन आवंटित नहीं हुआ है, जिस कारण वे लोग आर्थिक तंगी की हालात से जूझ रहे हैं. समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण काफी कठिनाई होती है."- प्रकाश कुमार बौद्ध, बिहार शिक्षा सेवक तालीमी मरकज संघ के राज्य सचिव
यात्रा भत्ता की मांगः प्रकाश बौद्ध ने कहा कि शिक्षा विभाग में सभी निरीक्षण अनुश्रवण कर्मचारियों को यात्रा भत्ता दिया जाता है. लेकिन बिहार प्रदेश में कार्यरत सभी शिक्षा सेवकों एवं तालिमी मरकजों को यात्रा भत्ता वेतन से खर्च करना पड़ रहा है. शिक्षा विभाग द्वारा जन शिक्षा निदेशालय पटना बिहार को विगत कई वर्षों पूर्व ही पत्र निर्गत किया गया था. निर्गत पत्र ज्ञापांक संख्या 1390/ पटना दिनांक 08-09-2020 को सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता को सेवा अभिलेख संधारण करने को आदेशित किया गया था, जो आज तक नहीं किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री से लगायी गुहार: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही घोषणा की थी कि टोला सेवक सरकारी शिक्षक हैं. अब टोला सेवक, शिक्षा सेवक भी विद्यालय में जाकर बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करते हैं कि विद्यालय निरीक्षक कार्य के लिए हम सभी शिक्षा सेवकों एवं तालिमी मरकजों को भी अन्य कर्मचारियों की तरह यात्रा भत्ता दिया जाय. इसके अलावा मार्च और अप्रैल महीने के बकाया वेतन का अविलंब भुगतान कराया जाए.
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