जोधपुर. जिले के शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नाथडाउ गांव में 26 अप्रैल को मतदान के दौरान हुए विवाद का मामला अभी तक ठंडा नहीं पड़ा है. गुरुवार को नाथडाउ गांव की महिलाओं ने जोधपुर शहर में आकर प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने मतदान के दिन तैनात बीएसएफ के जवान के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. महिलाओं ने आरोप लगाया कि मतदान के दिन जब वो मत डालने के लिए पहुंचे, तो वहां पर सुरक्षाकर्मी शराब पिए हुए था. उन्होंने अपने पहचान पत्र दिखाए, लेकिन उन्होंने घूंघट हटाने का दबाव बनाया, जबकि हमारे क्षेत्र में महिलाएं अपना घूंघट नहीं हटाती, लेकिन हमें जलील किया गया. धक्का-मुक्की की गई. इसके चलते हमने मतदान का बहिष्कार किया. महलाओं ने कहा कि इसके बाद में उन्होंने स्थानीय नेताओं को इसकी जानकारी दी.
महिलाओं ने बताया कि मतदान केंद्र पर महिला सुरक्षा कर्मी भी लगाई जानी चाहिए. पुरुष कैसे घूंघट उठा कर चेहरे देख सकते हैं. गुरुवार को महिलाओं ने कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल को सुरक्षाकर्मी और मतदान कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने लिए ज्ञापन सौंपा. इस दौरान महिलाओं ने उस सुरक्षाकर्मी के खिलाफ नारे भी लगाए. गौरतलब है कि 26 अप्रैल को मतदान के दौरान विवाद सामने आने पर स्थानीय विधायक बाबू सिंह राठौड़ वहां गए थे, जिसका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें बाबू सिंह राठौड़ बीएसएफ के जवान से उलझते नजर आ रहे हैं. वीडियो में विधायक रठौड़ मतदान केंद्र में मतदान कर्मियों को फटकार लगा रहे थे.
दोनों पक्षों के दर्ज है मामले : इस प्रकरण के बाद शेरगढ़ थाना में धारा 189 के तहत एक रिपोर्ट भी दी गई थी, जिसमें स्थानीय विधायक की ओर से किए गए व्यवहार को लेकर बताया गया था. हाल ही में शेरगढ़ थाने में पुलिस ने स्थानीय विधायक बाबू सिंह राठौड़ के खिलाफ बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर विकास कुमार की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया है. इसके बाद एक महिला की ओर से बीएसएफ के जवान के खिलाफ भी अभद्रता का मामला दर्ज करवाया गया है. दोनों मामलों की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है.