श्योपुर। बीते कई दिनों से मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी से हर कोई परेशान है. यही परेशानी कूनो नेशनल पार्क में भी बनी हुई थी क्योंकि पार्क प्रबंधन गर्मी की वजह से चीते और नन्हें शावकों को लेकर चिंतित था. अब गर्मी से बचाने के लिए कूनो प्रबंधन ने खास इंतजामात किए हैं. वैसे भी सोमवार को श्योपुर जिले का तापमान 48 डिग्री तक पहुंच गया. बता दें कि बीते साल मादा चीता ज्वाला के 3 शावकों की मौत गर्मी के सीजन में लू और अन्य कारणों से हो गई थी. इसलिए बढ़ती गर्मी को देखते हुए कूनो में पेड़ों व जमीन पर पाइपलाइन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
बिछाया गया पाइपलाइन का जाल
कूनो वन वनमंडल के डीएफओ थिरूकुराल आर ने जानकारी देते हुए बताया, ''सोमवार को पालपुर कूनो नेशनल पार्क में दिन का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के आसपास था और तेज गर्म हवा चलने से चीतों व शावकों को लू लगने का खतरा बना हुआ है. इसलिए चीतों को गर्मी से बचाने के लिए पालपुर से सटी कूनो नदी से पानी उठाकर पाइपलाइन का जाल बिछाकर एसआरबी के अंदर छिड़काव किया जा रहा है.'' वहीं कूनो प्रबंधन के द्वारा एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें कुछ कर्मी पेड़ पौधों पर पानी का छिड़काव करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
5 किमी दूर तक की जा रही है सिंचाई
डीएफओ ने बताया कि ''दो सौर पंपों द्वारा पालपुर से सटी कूनो नदी से पानी उठाकर 5 किमी दूर तक सिंचाई की जा रही है. प्रत्येक एसआरबी में निर्मित वाटर सोसर्स और सूखे नालों की जमीन को गीला किया जा रहा है. इस उपाय से न केवल अतिरिक्त जल स्रोत तैयार हुए, बल्कि नालों के किनारे के पेड़ भी हरे हो रहे हैं. ये ठंडे स्थान चीतों, विशेषकर शावकों वाली माताओं को इस भीषण गर्मी से बचा रहे हैं. कूनो के बाड़े में अभी 14 शावक व 11 चीते हैं. जबकि दो चीते खुले जंगल में घूम रहे हैं.''
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डीएफओ ने बताया, ''जहां भी जरूरत होगी, हम आसपास के वातावरण को ठंडा बनाने के लिए नियमित रूप से पानी के स्प्रे का भी उपयोग कर रहे हैं.'' आपको बता दें कि 17 सितंबर 2022 को 8 नामीबियाई चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. इसके बाद फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाकर पार्क में छोड़े गए थे. इस पार्क में मौजूदा वक्त में 27 चीते हैं.