श्योपुर। देश और प्रदेश में एक तरफ लोकसभा चुनाव के परिणामों से खुशी की लहर है. वहीं एमपी के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से दिल को दुखा देने वाली खबर सामने आई है. कूनो में मंगलवार को एक चीता शावक की मौत हो गई. जिसका कारण अभी पता नहीं चल सका है. मादा चीता गामिनी के छह शावकों में से एक की मौत हुई है, बाकी 13 वयस्क और 13 शावक कूनो नेशनल पार्क में स्वस्थ्य हैं.
कूनो में शावक चीते की मौत
बता दें 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से लाई गई दूसरी खेप में 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में लाया गया था. जहां 12 चीतों में से एक मादा चीता गामिनी भी थी. 12 चीतों को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कूनो नेशनल पार्क में रिलीज किया था. नर चीते पवन की तरह मादा चीता गामिनी भी कूनो की सीमा से बाहर चली जाती थी. कूनो नेशनल पार्क की टीमों के प्रयास से कूनो में वापस लौट आती थी. दक्षिण अफ्रीका के तालू कालाहारी रिजर्व से लाई गई, मादा चीता गामिनी ने 6 शावकों को जन्म दिया था. इससे भारत में जन्मे शावकों की संख्या 14 हो गई थी. अब कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या 26 है. जिसमें 13 चीता शावक और 13 वयस्क चीते बचे हैं, जो पूरी तरह स्वस्थ हैं.
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पहले भी कई शावक गंवा चुके हैं जान
कूनो में अभी तक 10 चीतों की मौत हो चुकी है. वहीं एक और शावक की मौत के बाद यह संख्या 11 हो गई है. 26 मार्च को साशा चीता की मौत हो गई थी. इसके बाद 23 अप्रैल को उदय चीता की मौत हो गई थी. फिर 9 मई को मादा चीता दक्षा की मौत हुई थी. 23 मई को चीता ज्वाला के पहले शावक की मौत हो गई थी. 25 मई को ज्वाला चीता के 2 और शावक की मौत हुई थी.